
प्रतीकात्मक फोटो.
नोएडा (Noida) प्राधिकरण में वेतन बढ़ाने को लेकर प्रदर्शन कर रहे सफाई कर्मचारियों (Sanitation workers) को यूपी पुलिस (UP Police) ने लाठी मार मारकर भगा दिया. गुरुवार को नौकरी से निकालने का नोटिस मिलने के बाद एक सफाई कर्मचारी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी इसको लेकर शुक्रवार को सफाई कर्मचारी काफी गुस्से में थे. यूपी पुलिस ने जिस शख़्स को लात मारकर भगाया वह कोई चोर-डकैत नहीं बल्कि गटर से लेकर हमारे घरों की नालियों को साफ़ करने वाला सफ़ाई कर्मचारी है. प्रधानमंत्री सफाई कर्मचारियों को कोरोना वॉरियर तक कह चुके हैं. नोएडा के लगभग 1360 सफाई कर्मचारी पिछले 15 दिन से वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर धरना दे रहे थे लेकिन वेतन तो बढ़ा नहीं पुलिस की मार पड़ी सो अलग.
यह भी पढ़ें
Farm laws: सरकार-किसानों की बातचीत में दूर नहीं हुआ गतिरोध, अगली बैठक की तारीख तय नहीं
CWC की बैठक में प्रस्ताव, आंदोलन कर रहे किसानों को जबरन 'राष्ट्र विरोधी' साबित करने षड्यंत्र में लगी है मोदी सरकार
Farm laws: चर्चा के पहले बोले किसान नेता, 'सरकार को प्रस्ताव ठुकराने की जानकारी देंगे, कानून रद्द करने की मांग करेंगे'
सफाई कर्मचारी बब्लू पार्चा ने कहा कि ''हम लोग प्रदर्शन करने आए थे. हमें हटा दिया गया है. पूरी अथॉरिटी को छावनी में तब्दील कर दिया गया.'' दो दिन पहले तक 35 साल के सफ़ाई कर्मचारी अनिल भी इन्हीं सफाई कर्मचारियों के साथ प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन सोमवार को उन्हें नौकरी से निकालने का नोटिस दे दिया गया. उनके परिवार वालों की मानें तो 6 बच्चों के पिता अनिल मानसिक तौर पर परेशान हो गए कि अब उनका घर कैसे चलेगा. इसी गम में उन्होंने आत्महत्या कर ली. अनिल के भाई संदीप ने कहा कि ''उन्हें नौकरी से निकालने का नोटिस दिया गया था. वे परेशान थे कि अब खर्च कैसे चलेगा इसलिए उन्होंने फ़ांसी लगा ली.''
यूपी पुलिस का कहना है कि सफाई कर्मचारी शुक्रवार को प्रदर्शन करते-करते हिंसा पर उतर आए थे इसलिए बल का प्रयोग करना पड़ा. नोएडा के एडिशनल डीसीपी रणविजय सिंह ने कहा कि ''हम बात कर रहे थे, इनकी मांगों को मान भी रहे थे, पर ये आज सुबह पुलिस वालों से हाथापाई करने लगे, इसलिए हमने हल्का बल प्रयोग किया.''
यूपी सरकार अब आत्महत्या कर लेने वाले अनिल के परिवार के किसी व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने की बात कर रही है. प्रधानमंत्री मोदी ने सफाई कर्मचारियों को कोरोना वॉरियर कहा था. लेकिन यह कोरोना वॉरियर नोएडा में पुलिस की लाठी और लात खा रहे हैं. इनका कुसूर सिर्फ़ इतना है कि ये चाहते हैं कि कोरोना के दौर में इनकी सुविधाएं और वेतन बढ़ाया जाए.
पीएम मोदी ने प्रयागराज में सफाई कर्मियों के पांव पखारे, उन्हें अंग वस्त्र भी पहनाया
VIDEO: सफाई कर्मचारी का परिवार कर रहा न्याय की मांग