
कन्हैया कुमार (फाइल फोटो)
खास बातें
- कुलपति एवं अन्य अधिकारियों को रोककर रखने के मामले में नोटिस
- छात्र नजीब अहमद के लापता होने के बाद कुलपति को घेरा गया था
- सभी छात्रों को प्रॉक्टोरियल कमेटी के समक्ष उपस्थित होने को कहा गया
जेएनयू प्रशासन ने कन्हैया कुमार और उमर खालिद सहित 20 विद्यार्थियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं और विश्वविद्यालय के भवन में कुलपति एवं अन्य अधिकारियों को 'अवैध रूप से रोककर रखने' के लिए स्पष्टीकरण मांगा है.
लापता छात्र नजीब अहमद का पता लगाने में प्रशासन की तरफ से निष्क्रियता का आरोप लगाते हुए आंदोलनरत विद्यार्थियों के एक समूह ने पिछले महीने कुलपति और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को प्रशासनिक भवन में 20 घंटे से अधिक समय तक रोके रखा था.
स्कूल ऑफ बायोटेक्नोलाजी के छात्र और उत्तर प्रदेश के बदायूं के रहने वाले 27-वर्षीय नजीब 14 अक्टूबर की रात कथित तौर पर एबीवीपी सदस्यों के साथ परिसर में झगड़े के बाद अगले दिन से लापता है.
विश्वविद्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'कन्हैया और उमर सहित 20 विद्यार्थियों को कारण बताओ नोटिस भेजा गया है और उन्हें प्रॉक्टोरियल कमेटी के समक्ष उपस्थित होने को कहा गया है.'
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)