बद्रीनाथ धाम में 600 साल बाद चढ़ाया गया नया सोने का छत्र

बद्रीनाथ धाम (Badrinath Dham) में लगाए गए इस सोने के छत्र का वजन चार किलोग्राम है. इसे लुधियाना के सूद परिवार ने लगवाया है. 

बद्रीनाथ धाम में 600 साल बाद चढ़ाया गया नया सोने का छत्र

बद्रीनाथ में भगवान विष्‍णु की प्रतिमा चतुर्भुज ध्‍यानमुद्रा में है

खास बातें

  • बद्रीनाथ धाम में सोने का छत्र स्‍थापित किया गया है
  • 600 साल बाद नया छोने का छत्र चढ़ाया गया
  • लुधियाना के सूद परिवार ने इस छत्र को चढ़ाया है
देहरादून:

बद्रीनाथ धाम (Badrinath Dham) में भगवान विष्णु की प्रतिमा के ऊपर लगे पुराने स्वर्णछत्र के स्थान पर नया स्वर्णछत्र स्थापित किया गया है. माना जाता है कि पुराना स्वर्णछत्र करीब 600 साल पहले ग्वालियर राजघराने की महारानी अहिल्याबाई ने लगवाया था. 

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चार किलोग्राम वजनी नया स्वर्णछत्र लुधियाना के सूद परिवार ने लगवाया है. 

मंदिर के अधिकारी ने बताया कि विशेष पूजा के दौरान इस छत्र को स्थापित किया गया. छत्र स्थापना के दौरान सूद परिवार के सदस्य और मंदिर समिति के अधिकारियों के अलावा वेद पाठ करने वाले वहां मौजूद थे. 

आपको बता दें कि बद्रीनाथ हिन्‍दुओं के पवित्र चार धामों में से एक है. यहां नर-नारायण विग्रह की पूजा की जाती है और अखंड दीप जलता रहता है. हर हिन्‍दू चाहता है कि वह अपन जीवन में कम से कम एक बार बद्रीनाथ के दर्शन जरूर करे. बद्रीनाथ की मूर्ति शालग्रामशिला से बनी हुई है. यह चतुर्भुज ध्‍यानमुद्रा में है. 

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार जब गंगा नदी धरती पर अवतरित हुई तो यह 12 धाराओं में बंट गई. इस स्थान पर मौजूद धारा अलकनंदा के नाम से विख्यात हुई और यह स्थान भगवान विष्णु का वास बना. भगवान विष्णु की प्रतिमा वाला वर्तमान मंदिर 3,133 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है.


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