आगरा की महिला ने शिरडी के साईंबाबा मंदिर में भेंट की 2 किलो सोने की पादुका

एसएसएसटी के कोषाध्यक्ष सचिन टांबे ने बताया, गुप्ता द्वारा भेंट की गयी पादुका औपचारिक रूप से द्वारकामाई मंदिर में स्थापित की जाएगी.

आगरा की महिला ने शिरडी के साईंबाबा मंदिर में भेंट की 2 किलो सोने की पादुका

शिरडी के साईंबाबा मंदिर में भेंट की गई 2 किलो सोने की पादुका

आगरा की रहने वाली एक महिला श्रद्धालु ने श्री साईंबाबा संस्थान ट्रस्ट (एसएसएसटी) को शिरडी में दो किलोग्राम सोने की पादुका भेंट की. यह भेंट गुरु पूर्णिमा के अवसर पर संध्या गुप्ता ने अपर्ति की.

एसएसएसटी के कोषाध्यक्ष सचिन टांबे ने बताया, गुप्ता द्वारा भेंट की गयी पादुका औपचारिक रूप से द्वारकामाई मंदिर में स्थापित की जाएगी. गुप्ता ने बताया, मैं काफी खुश हूं कि गुरु पूर्णिमा पर मेरे द्वारा भेंट की गयी पादुका स्वीकार कर ली गयी. इस बीच, देश के विभिन्न हिस्सों से हजारों श्रद्धालु तीन दिवसीय गुरु पूर्णिमा महोत्सव के लिए यहां एकत्र होने लगे हैं.

महोत्सव के दौरान जुलूस निकाला जायेगा. साईंबाबा मंदिर को फूलों और लाईटों से सजाया गया है.

आषाढ़ मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है  यह त्‍यौहार
हमेशा से देशभर में गुरु पूर्णिमा का पर्व बड़ी श्रद्धा और धूमधाम से मनाया जाता है. भारत में गुरुओं को भगवान से भी ऊंचा दर्जा दिया जाता रहा है इसलिए इस दिन सब लोग अपने गुरु का आशीर्वाद लेते हैं उन्हें बधाई संदेश भी भेजते हैं. कहा जाता है कि प्राचीन काल में इसी दिन शिष्‍य अपने गुरुओं की पूजा करते थे. गुरु पूर्णिमा का यह त्‍यौहार आषाढ़ मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है. भारतीय परम्परा में गुरु को गोविंद से भी ऊंचा माना गया है, इसलिए यह दिन गुरु की पूजा का विशेष दिन है.

गुरु पूर्णिमा के दिन महाभारत के रचयिता कृष्ण द्वैपायन व्यास का जन्म हुआ था. मान्यता है कि उन्होंने चारों वेदों को लिपिबद्ध किया था. इस कारण उनका एक नाम वेद व्यास भी है. उनके सम्मान में गुरु  पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा भी कहा जाता है.
इनपुट भाषा से भी


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com