शहर की तीर्थयात्रा तभी पूरी होती है जब श्रद्धालु पवित्र 'तीर्थ' में स्नान करते हैं.
नई दिल्ली: तमिलनाडु में पांच महीने से अधिक समय के बाद मंगलवार को बसें सड़कों पर वापस लौटीं और राज्य में धार्मिक स्थल, पार्क, शॉपिंग मॉल, होटल और क्लब को फिर से खोला गया. इसी के साथ तमिलनाडु के रामेश्वरम में स्थित रामनाथस्वामी मंदिर के कपाट भी भक्तों के लिए खुल गए हैं. हालांकि, अभी तक रामेश्ववर में स्थित पवित्र तीर्थम को नहीं खोला गया है.
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, रामेश्वरम के रामनाथस्वामी मंदिर (Ramanathswamy Temple) में तीर्थयात्रियों के मार्गदर्शकों का कहना है कि उन्हें COVID-19 के कारण वित्तीय कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. तीर्थयात्री गाइड्स यूनियन के अध्यक्ष कहते हैं, "मंदिर 6 महीने बाद फिर से खुल गया है, लेकिन पवित्र 'तीर्थ' में स्नान करने का मुख्य अनुष्ठान फिर से शुरू नहीं हुआ है."
पिलग्रिम गाइड्स यूनियन के अध्यक्ष ने कहा, ''शहर की तीर्थयात्रा तभी पूरी होती है जब श्रद्धालु पवित्र 'तीर्थ' में स्नान करते हैं. लेकिन प्रशासन ने अभी तक स्नान की अनुमति नहीं दी है. इस वजह से लगभग 425 परिवार इस अनुष्ठान में लगे हुए हैं और उन्हें जगह-जगह प्रतिबंध का सामना करना पड़ रहा है''.
बता दें, रामेश्वरम में प्रसिद्ध रामनाथस्वामी मंदिर में कोविड के तहत हर तरह की सावधानी का ध्यान रखा जा रहा है. मंदिर के प्रवेश द्वार पर ही शरीर के तापमान की जांच और हाथ को धोने के बाद ही भक्तों को अंदर जाने दिया जा रहा है. अधिकारियों ने कहा कि मंदिर परिसर के अंदर सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए उचित कम उठाए गए हैं. सरकार ने मंदिरों को शाम आठ बजे तक खोले रखने की अनुमति दी है.
(इनपुट भाषा से भी)