कार्तिक पूर्ण‍िमा 2017: कैसे करें पूजा विधि, क्‍या है नहान का महत्‍व

कार्तिक के महीने में सूर्य उदय होने से पहले उठकर स्नान करने का काफी महत्‍व होता है. इस साल कार्तिक पूर्ण‍िमा 2017 4 नवंबर को है. इस दिन गंगा स्‍नान करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है. व्‍यक्ति के सभी पाप दूर हो जाते हैं.

कार्तिक पूर्ण‍िमा 2017: कैसे करें पूजा विधि, क्‍या है नहान का महत्‍व

Kartik Purnima 2017: नहान से मिलेगी पापों से मुक्ति

हिंदू धर्म में यूं तो हर महीना अपना खास महत्‍व रखता है, लेकिन कार्तिक के महीने का विशेष महत्‍व होता है. दरअसल इसी महीने में सभी बड़े त्‍योहार देशभर में पूरे धूमधाम से मनाए जाते हैं. ये माह शरद पूर्णिमा से शुरू होता है और कार्तिक पूर्णिमा तक चलता है. इस पूरे महीने सूर्य उदय होने से पहले उठकर स्नान करने का काफी महत्‍व होता है. इस साल कार्तिक पूर्ण‍िमा 2017 4 नवंबर को है. इस दिन गंगा स्‍नान करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है. व्‍यक्ति के सभी पाप दूर हो जाते हैं.

वेदों में ऐसा कहा गया है कार्तिक पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु ने पहला अवतार लिया था. कार्तिक के महीने में लोग गंगा और अन्य पवित्र नदियों में स्नान करने जाते हैं. कार्तिक महीने के दौरान गंगा में स्नान करने की शुरुआत शरद पूर्णिमा से हो जाती है और जो कार्तिक पूर्णिमा पर खत्‍म होती है. इस दौरान हरिद्वार और गंगा जी में भारी भीड़ देखने को मिलती है.
 


कैसे करें कार्तिक पूर्ण‍िमा पर पूजा
कार्तिक पूर्णिमा के दिन सबसे पहले सुबह उठकर स्नान करें. इसके बाद भगवान विष्णु की पूजा-अराधना करें. इस दिन पूर्णिमा तिथि की शुरूआत 3 नवंबर 13:46 से 4 नवंबर 2017 10.52 मिनट तक है. इस दिन व्रत रखना भी विशेष फलदायी होता है. जो लोग कार्तिक पूर्ण‍िमा के दिन व्रत रखते हैं उन्‍हें इस दिन नमक का सेवन नहीं करना चाहिए. अगर संभव हो तो इस दिन ब्राह्मणों को दान करें.
  कार्तिक पूर्णिमा के दिन कुछ लोग अपने घरों में हवन, यज्ञ करते हैं तो वहीं कुछ लोग गंगा स्नान के लिए जाते हैं. ऐसा कहा जाता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन दान का फल दोगुना हो जाता है.
 
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