पितृ पक्ष आज से शुरू लेकिन श्राद्ध खत्म होते ही नहीं शुरू होंगें नवरात्र

Shradh 2020: इस बार पितृ पक्ष के समापन के साथ ही नवरात्र शुरू नहीं होंगे. इस साल पितृ पक्ष के सामप्त होने के बाद अधिकमास लग जाएगा. इसे पुरुषोत्तम मास या फिर मलमास भी कहा जाता है.

पितृ पक्ष आज से शुरू लेकिन श्राद्ध खत्म होते ही नहीं शुरू होंगें नवरात्र

Pitru Paksha 2020: पितृ पक्ष खत्म होते ही शुरू नहीं होंगे नवरात्र.

नई दिल्ली:

हर साल सिंतबर के महीने में पितृ पक्ष (Pitru Paksha) के समापन के अगले दिन ही नवरात्र (Navratri 2020) का आरम्भ हो जाता है और कलश स्थापना के साथ 9 दिन तक नवरात्र की पूजा होती है. अर्थात पितृ अमावस्या के अगले दिन प्रतिपदा के साथ ही शारदीय नवरात्र आरंभ हो जाता हैं, लेकिन इस वर्ष ऐसा नहीं होगा. इस बार पितृ पक्ष के समापन के साथ ही नवरात्र शुरू नहीं होंगे. इस साल पितृ पक्ष के सामप्त होने के बाद अधिकमास (Adhik Maas) लग जाएगा. इसे पुरुषोत्तम मास (Purushottam Maas) या फिर मलमास भी कहा जाता है. अधिक मास लगने की वजह से नवरात्र और पितृ पक्ष के बीच एक महीने का अंतर आ जाएगा. 

अधिकमास लगने की वजह से इस साल दो अश्विन मास होंगे. दरअसल, अश्विन मास में ही श्राद्ध और नवरात्रि, दशहरा आदि त्योहार मनाए जाते हैं. अधिकमास के कारण इस साल दशहरा 26 अक्टूबर और दीपावली 14 नंवबर को मनाई जाएगी. बता दें, इस साल पितृ पक्ष 1 सिंतबर यानी कि आज से शुरू हो कर 17 सितंबर तक चलेंगे. 

पितृ पक्ष तिथियां
1 सितंबर- पूर्णिमा का श्राद्ध, 2 सितंबर- प्रतिपदा का श्राद्ध, 3 सितंबर- द्वितीया का श्राद्ध, 5 सितंबर- तृतीया का श्राद्ध, 6 सितंबर- चतुर्थी का श्राद्ध, 7 सितंबर- पंचमी का श्राद्ध, 8 सितंबर- षष्ठी का श्राद्ध, 9 सितंबर- सप्तमी का श्राद्ध, 10 सितंबर- अष्टमी का श्राद्ध, 11 सितंबर- नवमी का श्राद्ध, 12 सितंबर- दशमी का श्राद्ध, 13 सितंबर- एकादशी का श्राद्ध, 14 सितंबर- द्वादशी का श्राद्ध, 15 सितंबर- त्रयोदशी का श्राद्ध, 16 सितंबर- चतुर्दशी का श्राद्ध, 17 सितंबर- अमावस का श्राद्ध.

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17 अक्टूबर 2020 को शुरू होंगे नवरात्र
17 अक्टूबर को माता शैलपुत्री पूजा घटस्थापना, 18 अक्टूबर को माता ब्रह्मचारिणी पूजा, 19 अक्टूबर को मां चंद्रघंटा पूजा, 20 अक्टूबर को माता कुष्मांडा पूजा, 21 अक्टूबर को माता स्कंदमाता पूजा, 22 अक्टूबर षष्ठी माता कात्यायनी पूजा, 23 अक्टूबर को माता कालरात्रि पूजा, 24 अक्टूबर को माता महागौरी दुर्गा, महा नवमी पूजा दुर्गा महा अष्टमी, 25 अक्टूबर को माता सिद्धिदात्री नवरात्रि पारणा विजय दशमी, 26 अक्टूबर को दुर्गा विसर्जन किया जाएगा.