कांवड़ यात्रा के मद्देनजर प्रशासन ने किए सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम

कांवड़ यात्रा के मद्देनजर प्रशासन ने किए सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम

फाइल फोटो

मुजफ्फरनगर:

उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश जिला प्रशासनों ने 15 जुलाई से शुरू हो रही कांवड़ यात्रा को देखते हुये सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये हैं। उल्लेखनीय है कि कांवड़ यात्रा के तहत हिन्दू श्रद्धालु हरिद्वार से गंगाजल भरकर लाते हैं और अपने-अपने जिले और क्षेत्र के मंदिरों और देवालयों में शिवलिंग पर अर्पित करते हैं।
 
मुजफ्फरनगर प्रशासन ने उठाए ये कदम...
मुजफ्फरनगर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार ने आज यहां बताया कि जिला प्रशासन ने मुजफ्फरनगर से होकर जाने वाले मार्ग को 81 सेक्टरों में विभाजित किया है और यात्रा के दौरान प्रत्येक सेक्टर में पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कांवड़ियों की सुविधा के लिए 21 जुलाई से दिल्ली-हरिद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग पर भारी यातायात पर रोक लगा दी जाएगी।
 
मार्ग पर स्थित 52 मस्जिदों और 48 मंदिरों सहित 100 धार्मिक स्थानों की पहचान की गई है, जहां किसी तरह की दुर्घटना से बचने के लिए सादे कपड़ों में पुलिस अधिकारियों को तैनात किया जाएगा। कुमार ने बताया कि इसके साथ-साथ, संवेदनशील स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाये जाएंगे।
 
मेरठ और सहारनपुर में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम
कांवड़ यात्रा मद्देनजर मेरठ और सहारनपुर मंडल के अधिकारी भी सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं में जुटे हैं। इस बार कावंड यात्रा के दौरान कावंडियों की भीड़ बढ़ने पर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भारी वाहनों का प्रवेश 24 जुलाई से बंद कर दिए जाएंगे। छोटे वाहन 27 जुलाई से बंद करने की बात कही गई है।
 
अधिकारियों के अनुसार, हाइवेज पर वाहनों को प्रतिबंध करने के साथ ही वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी। जहां रूट डायवर्जन होगा वहां पुलिस कर्मी तैनात किए जाएंगे। कांवड़ यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले जिलों में रूट डायवर्जन वहां के अधिकारी जरूरत के मुताबिक करेंगे। उल्लेखनीय है कि वेस्ट यूपी की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए अधिकारी कांवड़ यात्रा को लेकर अधिकारी किसी तरह की कमी छोड़ना नहीं चाहते हैं।

इनपुट भाषा से भी...


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