कांगो के छात्र की दिल्ली में हत्या से अफ्रीकी देश नाराज, 'डैमेज कंट्रोल' में जुटीं विदेश मंत्री सुषमा स्‍वराज

कांगो के छात्र की दिल्ली में हत्या से अफ्रीकी देश नाराज, 'डैमेज कंट्रोल' में जुटीं विदेश मंत्री सुषमा स्‍वराज

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: कांगो के एक छात्र की दिल्ली में हुई 'हत्या' का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। अफ्रीकी देशों ने मामले की जांच के कोई प्रगति होने को लेकर तीखी नाराजगी जताई है। इसके बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अफ्रीकी देशों के नागरिकों की सुरक्षा को लेकर भारत की वचनवद्धता दोहराई है।

मामले से जुड़ी 10 खास बातें ...

एक ट्वीट में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बताया कि उन्होंने केंद्रीय मंत्री वीके सिंह को मिशन प्रमुखों से मिलकर भारत में अफ्रीकी देशों के नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को लेकर वचनवद्धता जताने को कहा है।
अफ्रीकी दूतों ने सरकार के गुरुवार के 'अफ्रीका डे' समारोह का बहिष्‍कार करने की घोषणा की है। उनका कहना है कि भारत को पहले 'नस्लीय और अफ्रीकी फोबिया' जैसी समस्याओं का समाधान करना चाहिए। इन दूतों का कहना है कि एक सप्ताह लंबे इस समारोह को फिलहाल टाल दिया जाए।
एक पत्र में अफ्रीकी दूतों ने यह भी कहा है कि डर और असुरक्षा के मौजूदा वातावरण के चलते उन्‍होंने भरेमन से अपनी सरकारों से यह सिफारिश करने पर विचार कर रहे हैं कि जब तब भारत सुरक्षा का पुख्‍ता आश्वासन नहीं देता, नए छात्रों को भारत नहीं भेजा जाए।
शुक्रवार को कांगो के 29 वर्षीय छात्र मसोंदा केटाडा ओलिवर की दक्षिण दिल्ली के वसंत कुंज इलाके में पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। बताया जाता है कि उसका ऑटो रिक्‍शा 'हायर' करने को लेकर विवाद हुआ था।
तीन लोगों ने कथित तौर पर ओलिवर का पीछा किया था और ईटों और पत्थरों से उसे इतना मारा था कि उसकी मौत हो गई थी। हमलावरों मे से एक को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि दो फरार हैं।
ओलि‍वर एक प्राइवेट इंस्टीट्यूट में विदेशी भाषा पढ़ाता था और दिल्ली के साउथ एक्सटेंशन एरिया में रह रहा था। वह जल्द ही कांगो लौटने वाला था।
अफ्रीका राजनयिकों के मुताबिक, पर्याप्त जांच न होने के कारण ऐसे हमलों के कई मामले अभी भी अनसुलझे हैं और सरकार को भारत में रह रहे अफ्रीकी नागरिकों की सुरक्षा को लेकर जरूरी कदम उठाना चाहिए।
इस वर्ष की शुरुआत में तंजानिया के 21 वर्षीय छात्र ने बेंगलुरू में शिकायत की थी कि भीड़ ने कार से बाहर निकालकर उसके साफ मारपीट की और उसके कपड़े फाड़ दिये।
वर्ष 2014 में आम आदमी पार्टी के विधायक और दिल्ली के तत्कालीन कानून मंत्री उस क्रुद्ध लोगों की उस भीड़ की अगुवाई की थी, जिसने चार नाइजीरियाई महिलाओं के साथ अभद्र व्‍यवहार किया था। भीड़ का आरोप था कि ये महिलाएं सेक्‍स रैकेट चलाने और ड्रग्‍स सप्लाई जैसे गैरकानूनी कामों में लिप्त हैं।
अफ्रीका डे समारोह में समूह चर्चा, प्रदर्शनी, सांस्कृतिक कार्यक्रम और फूड फेस्टिवल जैसे कार्यक्रम आयोजित होने हैं लेकिन अभी तक केवल लेसाथो ने इसमें भाग लेने की पुष्टि की है।