12 मिराज, 1000 किलो बम, 20 मिनट का ऑपरेशन और 300 आतंकी ढेर, 10 बड़ी बातें

पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब देते हुए उनकी कमर तोड़ दी है. पीओके के आतंकी कैंप पर (Air strike on Terrorist Camp) भारतीय वायुसेना (indian air force) ने हवाई हमला किया और उसके सारे कैम्पों को तबाह कर दिया.

12 मिराज, 1000 किलो बम, 20 मिनट का ऑपरेशन और 300 आतंकी ढेर, 10 बड़ी बातें

Air strike on Terrorist Camp Across LOC: आतंकी कैंप पर हमले से जुड़ी 10 बातें

नई दिल्ली: पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब देते हुए उनकी कमर तोड़ दी है. पीओके के आतंकी कैंप पर (Air strike on Terrorist Camp) भारतीय वायुसेना (indian air force) ने हवाई हमला किया और उसके सारे कैम्पों को तबाह कर दिया. सरकारी सूत्रों ने खबर दी है कि वायुसेना की इस बड़ी कार्रवाई में करीब 300 आतंकवादी मारे गए हैं और इसमें जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अज़हर का बहनोई यूसुफ अज़हर भी मारा गया है जो यह कैंप चला रहा था. भारतीय वायुसेना को इस बड़ी कार्रवाई को अंजाम देने में 12 मिराज फाइटर जेट का सहारा लेना पड़ा. इतना ही नहीं, करीब 1000 किलो बम भी बरसाए गए. बता दें कि 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे, जिसकी जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी.

आतंकी कैंप पर वायुसेना की कार्रवाई से जुड़ी 10 बातें

  1. वायुसेना ने तीन आतंकी कैंप तबाह किए. इस हमले में करीब 1000 किलो बम का इस्तेमाल किया गया.  भारतीय वायुसेना का पूरा ऑपरेशन बमुश्किलन 20 मिनट चला और सारे विमान सुरक्षित लौट आए. कहीं खरोंच तक नहीं लगी.

  2. आतंकी कैंपों पर हमले के बाद भारत सरकार की ओर से विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया कि खुफिया जानकारी मिली थी कि जैश-ए-मोहम्मद भारत में फिर फिदायीन आतंकवादी हमलों की साज़िश रच रहा है, इसलिए उसे रोकने के लिए हमला करना ज़रूरी हो गया था. 

  3. एलओसी के पार भारतीय वायुसेना के स्ट्राइक में बालाकोट, चकोठी और मुजफ्फराबाद के टेरर लॉन्च पैड को पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं. जैश-ए-मोहम्मद के कंट्रोल रूम में भी पूरी तरह से बर्बाद हो गए हैं. 

  4. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने वायुसेना की इस कार्रवाई के बाद उन्हें सलाम किया. उन्होंने लिखा- मैं भारतीय वायुसेना के पायलटों को सलाम करता हूं. बता दें कि पहली बार भारतीय वायुसेना ने एलओसी पार की और इतने बड़े हमले को अंजाम दिया.

  5. दरअसल, सोमवार की देर रात 3.30 बजे (मंगलवार सुबह 3.30 बजे) के करीब भारतीय वायुसेना के 12 मिराज विमानों ने पीओके के पार जाकर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कैंपों पर हमला बोला. यह हमला पूरी तरह से सफल हुआ है. इस हवाई हमले में जैश के सभी आतंकी कैंप नष्ट हो गए. बताया यह भी जा रहा है कि इन कैंपों में लश्कर और हिज्बुल के भी कैंप शामिल थे.

  6. विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया, "बालाकोट का कैम्प जैश-ए-मोहम्मद का सबसे बड़ा कैम्प था... इसे जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अज़हर का बहनोई यूसुफ अज़हर संचालित कर रहा था, जो मारा गया है... ऑपरेशन का निशाना खासतौर से आतंकी अड्डे को बनाया गया था, ताकि नागरिकों को नुकसान न हो..." उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन पूरी तरह आतंकियों के खिलाफ था, न की कोई मीलिट्री ऑपरेशन. 

  7. विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया, "खुफिया जानकारी मिली थी कि जैश-ए-मोहम्मद भारत में फिर फिदायीन आतंकवादी हमलों की साज़िश रच रहा है, इसलिए उसे रोकने के लिए हमला करना ज़रूरी हो गया था..." भारतीय वायुसेना (IAF) द्वारा आतंकवादी कैम्पों पर किए गए हवाई हमले के बारे में मीडिया को ब्रीफ करते हुए विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया, "भारत ने बालाकोट में मौजूद जैश-ए-मोहम्मद के मुख्य ठिकाने पर हमला किया, जिसमें आतंकी गुट के ट्रेनर, आतंकवादी और वरिष्ठ कमांडर बड़ी संख्या में ढेर हुए..."

  8. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को पाकिस्तान के भीतरी हिस्सों में हवाई हमले करने के लिए भारतीय वायुसेना (IAF) के पायलटों की सराहना की. उन्होंने कहा कि  ‘मैं भारतीय वायु सेना के पायलटों की बहादुरी को सलाम करता हूं जिन्होंने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को निशाना बना कर हमें गौरवान्वित किया है.'    

  9. आतंकी कैंप पर हमले की खबरों के बीच प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में मंगलवार सुबह 9:30 बजे केंद्रीय कैबिनेट की बैठक हुई. इस बैठक में PM व गृहमंत्री के अलावा विदेशमंत्री सुषमा स्वराज, रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण, वित्तमंत्री अरुण जेटली तथा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोवाल भी शामिल थे. 

  10. केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने पाकिस्तान के भीतरी हिस्से में भारतीय वायु सेना के हवाई हमले की मंगलवार को सराहना की और कहा कि पूरा राष्ट्र सशस्त्र बलों के साथ खड़ा है. ‘देश की सुरक्षा के लिए यह एक आवश्यक कदम था...यह महा पराक्रम की एक कार्रवाई है.'    उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों के शहीद होने के मद्देनजर बलों को आवश्यक कदम उठाने के लिए पहले ही छूट दे दी थी.