पीएम मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम के साथ गुजरात में बीजेपी नेताओं ने की चाय पर चर्चा

इस कार्यक्रम का नाम ‘मन की बात-चाय के साथ’ रखा गया, जो 182 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में 50,128 बूथों पर आयोजित हुआ.

पीएम मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम के साथ गुजरात में बीजेपी नेताओं ने की चाय पर चर्चा

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने गुजरात में लोगों के साथ पीएम मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम को सुना

अहमदाबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम का आज 38वां एपिसोड प्रसारित किया गया. गुजरात में बीजेपी ने इस बार पीएम के इस कार्यक्रम को खास तरीके से मनाया. गुजरात में 50 हजार से अधिक पोलिंग बूथ पर 'चाय के साथ मन की बात' कार्यक्रम का आयोजन हुआ. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय अरुण जेटली, धर्मेंद्र प्रधान समेत पार्टी के कई दिग्गजों ने लोगों के साथ चाय पीकर इस कार्यक्रम को सुना.

'मन की बात' चाय के साथ

  1. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह अहमदाबाद के दरियापुर निर्वाचन क्षेत्र में इस कार्यक्रम में शामिल हुए. केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सूरत पश्चिम सीट के अडाजन क्षेत्र में एक बूथ पर लोगों के साथ चाय पर चर्चा की.

  2. पोरबंदर में रेलवे मंत्री पीयूष गोयल ने लोगों के साथ इस कार्यक्रम को सुना, जबकि सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी जूनागढ़ में मौजूद रहीं. राजकोट में बीजेपी सांसद परेश रावल इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे.

  3. यह कार्यक्रम 182 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के 50,128 बूथों पर आयोजित हुआ.

  4. विभिन्न जगहों पर कार्यक्रम में शामिल होने वाले अन्य पार्टी नेताओं में उमा भारती, जुएल ओराव, पुरुषोत्तम रूपाला, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष जीतू वघानी, मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और गुजरात के कई मंत्री, विधायक तथा सांसद शामिल हैं.

  5. आज के अपने 'मन की बात' कार्यक्रम में पीएम मोदी ने संविधान दिवस के मौके पर संविधान के निर्माताओं को याद किया. इसके अलावा 26/11 के शहीदों को भी पीएम ने इस मौके पर याद किया और आतंकवाद को मानवतावाद के खिलाफ बताया.

  6. यह कार्यक्रम पीएम नरेंद्र मोदी के 27 और 29 नवंबर के गुजरात दौरे से पहले आयोजित हुआ है. पीएम मोदी इस दौरान सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात में आठ रैलियों को संबोधित करेंगे.

  7. यूथ कांग्रेस द्वारा मोदी की चाय विक्रेता की पृष्ठभूमि का मजाक बनाए जाने का हवाला देते हुए राज्य के भाजपा प्रभारी भूपेंद्र यादव ने इस आयोजन की घोषणा की थी.

  8. यूथ कांग्रेस ने अपने ट्वीट पर विवाद होने के बाद माफी मांग ली थी और ट्वीट को हटा लिया था.

  9. यह ट्वीट यूथ कांग्रेस की पत्रिका 'युवा देश' के ट्विटर हैंडल पर किया गया था.

  10. मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने ट्वीट की निंदा करते हुए इसे गरीब विरोधी करार दिया था.