बीजेपी सासंद राकेश सिंह का हमला: कांग्रेस ने 'स्कैम की राजनीति' की, हमने ने 'स्कीम' की, 12 बातें

संसद के मॉनसून सत्र के तीसरे दिन मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर सरकार और विपक्ष में बहस जारी है.

बीजेपी सासंद राकेश सिंह का हमला: कांग्रेस ने 'स्कैम की राजनीति' की, हमने ने 'स्कीम' की, 12 बातें

लोकसभा में बोलते बीजेपी सांसद राकेश सिंह

नई दिल्ली: संसद के मॉनसून सत्र के तीसरे दिन मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर सरकार और विपक्ष में बहस जारी है. लोकसभा में चर्चा होने के बाद शाम में वोटिंग होगी. मगर उससे पहले एक दूसरे के खिलाफ सदन में जुबानी जंग जारी है. अविश्वास प्रस्ताव पर मोदी सरकार की ओरर से बोलते हुए बीजेपी सांसद राकेश सिंह ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सिर्फ स्कैम्स की राजनीति की और सिर्फ परिवार की राजनीति की, मगर मोदी सरकार ने स्कीम्स की राजनीति की है. उन्होंने कई मुद्दों पर कांग्रेस पर बारी-बारी से हमला किया. तो चलिए जानते हैं राकेश सिन्हा के सदन में दिये गये भाषण के महत्वपूर्ण बातों को....

बीजेपी सांसद राकेश सिंह के भाषण की अहम बातें

  1. हमारे लिए लोकतंत्र का मतलब सिर्फ और सिर्फ हमारी ही पार्टी की सरकार नहीं है. देश में जनता विश्वसनीयता के आधार पर किये गये कार्यों के आधार पर जिस दल को बहुमत देकर सरकार बनाये उसे कार्य करने की पूरी स्वतंत्रता मिलना चाहिये.

  2. भारी बहुमत से गैर कांग्रेसी सरकार बनी हो. यह वह सरकार है जो प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी के 282 और एनडीए के कुल 336 सांसदों की संख्या के साथ देश के करोड़ों लोगों की आशा एवं विश्वास के साथ बनने वाली सरकार.

  3. पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने कहा था कि देश के संसाधनों पर पहला अधिकार अल्पसंख्यकों का है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिशा देते हुए कहा कि देश के संसाधनों पर पहला अधिकार गरीबों का है.

  4. सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाना वह भी ऐसे दलों का एक साथ मिलकर जो राजनैतिक और वैचारिक रूप से एक दूसरे के घोर विरोधी रहे हों. यह साबित करता है कि कांग्रेस को आज भी किसी एक ही परिवार से बनी हुई कोई भी सरकार स्वीकार नहीं है.

  5. इन 48 वर्षों में कांग्रेस ने स्कैम की राजनीति की और इन 48 महीनों में हमने स्कीम्स का शासन दिया. वैसे तो इन सारे स्कैम देश के माथे पर एक दाग की तरह हैं, चाहे वह कोल स्कैम हो, टू जी स्कैम हो, टैट्रा स्कैम हो, कॉमन वैल्थ स्कैम हो, आई पी एल स्कैम हो. मगर पीएम मोदी ने स्कीम्स का सुशासन दिया. आज आजाद भारत के 70 साल में योजनाएं अगर वास्तविकता के धरातल में उतरी और इस कारण लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आया तो यह पीएम मोदी के नेतृत्व में इस वर्तमान सरकार के समय ही संभव हो पाया.

  6. भारतीय समाज के एक बड़े हिस्से की पीढ़ी दर पीढ़ी कई पीढ़ियां इंतजार करते-करते निकल गईं कि कभी उनके द्वार पर विकास की कोई किरण पहुंचेगी. पिछले 60-70 वर्षो में गरीबी हटाओं के नारे तो खूब लगे लेकिन यह सच है कि गरीबी नहीं बल्कि गरीबों को ही समाज की मुख्य धारा से हटना पड़ा.

  7. कांग्रेस देश के संविधान निर्माता बाबा साहब अंबेडकर जी का तिरस्कार करती रही, उन्हें लोकसभा चुनाव में हराने का षडयंत्र करती रही. वहीं दूसरी ओर बाबा साहब ने जिस शोषित पीड़ित समाज के लिये सारा जीवन जंग लडी उस समाज के रहनुमा बनकर उन्हें बटोरती रही.

  8. पहले की सरकारों के शीर्ष नेतृत्व पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे, इनके केन्द्रीय मंत्री भ्रष्टाचार के आरोपों में जेल गये और इसीलिये देश यदि कहता है कि कांग्रेस ने दागदार सरकार देश को दी लेकिन बीजेपी ने पीएम मोदी के नेतृत्व में देश को एक साफ सुथरी और दमदार सरकार दी.

  9. प्रधानमंत्री आवास योजना ने अभी तक देश में 2 करोड़ से ज्यादा गरीबों के लिये आवासों का निर्माण कर दिया है और प्रधानमंत्री जी के संकल्प को ताकत दिखाई. 2022 तक हर जरूरतमंद को मकान मिले यह घोषणा भी सरकार ने की है.

  10. कांग्रेसी सरकार ने की होती तो देश की गरीब महिलाओ को चूल्हा फूंक फूंककर जीवन नहीं काटना पड़ता. महिलाओं के स्वास्थ्य और स्वाभिमान के लिये उज्जवला योजना देश में बनी है, जिससे देश के 8 करोड़ ऐसी हमारी गरीब मां-बहिनों का सम्मान होने जा रहा है जिनके बारे में कभी विचार नहीं किया गया. 

  11. कांग्रेस के 70 सालों में दिवाली के दिन भी बिजली का बल्ब नहीं जला लेकिन मात्र इन चार वर्षों में ही आज देश के 4 करोड़ ऐसे घरों में अधिकतम में बिजली की रोशनी है तो वह प्रधानमंत्री जी की उस सौभाग्य योजना के कारण है जिसने इन गरीबों के भीतर जीवन की एक नई रोशनी जलाई है.

  12. कांग्रेस के एक ही परिवार के 48 सालों के कार्यकाल में इस देश को स्वच्छता के मायने ही नहीं समझने दिया गया. शौचालय शब्द का प्रयोग करने में इन्हें शर्म आती थी जिसके दुष्परिणाम हमारी करोड़ों माताये बहिने भुगत रही थीं.