कर्नाटक: येदियुरप्पा ने विश्वास मत का सामना किये बगैर इस्तीफा दिया, 10 बातें

कर्नाटक: येदियुरप्पा ने विश्वास मत का सामना किये बगैर इस्तीफा दिया, 10 बातें

फ्लोर टेस्ट से पहले ही येदियुरप्पा ने किया इस्तीफे का ऐलान

नई दिल्ली: मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने विश्वास मत का सामना किये बगैर ही आज इस्तीफा देने की घोषणा कर दी और इस तरह कर्नाटक में तीन दिन पुरानी येदियुरप्पा सरकार गिर गई. चेहरे पर हार के भाव के साथ येदियुरप्पा ने एक संक्षिप्त भावनात्मक भाषण के बाद विधानसभा के पटल पर अपने निर्णय की घोषणा की. उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को आदेश दिया था कि येदियुरप्पा सरकार आज शाम चार बजे राज्य विधानसभा में विश्वास मत हासिल करें. हालांकि राज्यपाल वजुभाई वाला ने येदियुरप्पा को अपना बहुमत साबित करने के लिए 15 दिन का समय दिया था. अब खबर मिल रही है कि रविवार को जेडीएस के अध्यक्ष एचडी कुमारस्वामी कर्नाटक के नये सीएम पद की शपथ ले सकते हैं. उनके साथ कांग्रेस के जी. परमेश्वर को भी उप मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है.

येदियुरप्पा ने अपने भाषण को दौरान इस्तीफे का किया ऐलान

  1. येदियुरप्पा ने अपने भाषण के दौरान कहा,‘‘ मैं मुख्यमंत्री के रूप में इस्तीफा देने जा रहा हूं. मैं राजभवन जाऊंगा और अपना इस्तीफा सौंप दूंगा.’’  अपने भावनात्मक भाषण के बाद उन्होंने विधानसभा में कहा,‘‘ मैं विश्वास मत का सामना नहीं करूंगा. मैं इस्तीफा देने जा रहा हूं.’’  उन्होंने फ्लोर टेस्ट से पहले अपने भाषण में कहा कि वह अब लोगों के पास जायेंगे. 

  2. उनके इस्तीफे के बाद अब राज्य में जद (एस) की राज्य इकाई के प्रमुख एच डी कुमारस्वामी के नेतृत्व में सरकार गठन का मार्ग प्रशस्त हो गया है. जद(एस) को कांग्रेस का समर्थन हासिल है. कांग्रेस-जद(एस) गठबंधन ने 224 सदस्यीय विधानसभा में 117 विधायकों के समर्थन का दावा किया है. दो सीटों पर विभिन्न कारणों से मतदान नहीं हुआ था, जबकि कुमारस्वामी दो सीटों से चुनाव जीत थे. 

  3. बीते 15 मई को घोषित चुनाव परिणामों में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने के कारण राजनीतिक अस्थिरता पैदा हो गई थी. भाजपा हालांकि 104 सीटें प्राप्त करके सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी लेकिन वह बहुमत से कुछ दूर रह गई थी. 

  4. कांग्रेस 78 सीटों पर जीत दर्ज करके दूसरे स्थान पर रही थी, जबकि जद (एस) को 37 सीटों पर जीत मिली थी. इसके बाद कांग्रेस और जद (एस) ने गठबंधन कर लिया. भाजपा द्वारा विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोपों के बीच कांग्रेस अपने विधायकों को बेंगलुरू के बाहर एक रिजार्ट ले गई, जबकि जद (एस) के विधायक राज्य की राजधानी में एक होटल में रहे. 

  5. कांग्रेस ने एक ऑडियो टेप जारी किया जिसमें मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा एक विधायक को कथित रूप से प्रलोभन देते हुए कहते सुने गये कि यदि वह विश्वास मत के दौरान भाजपा सरकार का समर्थन करते है तो उन्हें मंत्री पद दिया जायेगा. इस तरह के आरोप भी लगाये गये कि कांग्रेस विधायक आनंद सिंह को भाजपा ने ‘‘ बंधक ’’ बना लिया, लेकिन वह येदियुरप्पा के अपना भाषण शुरू करने से कुछ मिनट पहले विधानसभा पहुंच गये. 

  6. अपने भाषण के दौरान भावुक येदियुरप्पा ने अपने इस्तीफे के संकेत दे दिये थे. उन्होंने कहा,‘‘ मैंने किसानों का संघर्ष देखा है, उन्हें जमीन दी है और उनके आंसूओं को पोंछा था. मैं उनके एक लाख रुपये तक के कर्ज को माफ करना चाहता था ... लेकिन.’’ 

  7. येदियुरप्पा ने कहा,‘‘ मैं गरीबों के घरों में गया, उनके साथ रहा. मैंने अपने पूरे जीवन संघर्ष किया है. मैं अपनी अंतिम सांस तक अपने लोगों की सेवा करूंगा.’’ उन्होंने कहा कि वह अब पूरे कर्नाटक की यात्रा करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि पार्टी लोकसभा चुनावों में राज्य की सभी 28 सीटों और अगले विधानसभा चुनाव में 156 सीटों पर जीत दर्ज करें. 

  8. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के सुशासन की वजह से बीजेपी ने 104 सीटें जीती हैं. सूत्रों के हवाले से खबर है कि बीजेपी आलाकमान ने पहले ही संकेत दे दिया था कि नंबर न होने की स्थिति में बीएस येदियुरप्पा इस्तीफा दे देंगे ताकि चुनावी साल में किसी भी तरह के खरीद-फरोख्त का आरोप न लगे.

  9. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने ‘‘ खरीद-फरोख्त ’’ को रोकने और ‘‘ संविधान , लोकतंत्र और कानून की रक्षा करने ’’ के लिए न्यायपालिका को धन्यवाद दिया. उन्होंने राज्यपाल पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने हमारी पार्टी को तोड़ने, खरीद - फरोख्त करने के लिए दो सप्ताह का समय दिया. 

  10. येदियुप्पा ने सीएम पद से इस्तीफे का ऐलान के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी के विधायक और स्पीकर राष्ट्रगान खत्म होने से पहले ही चले गए. इससे साबित होता है कि संस्थाओं का कितना सम्मान करते हैं.