जन्मदिन विशेष: डॉक्टर कलाम के यह 10 प्रेरणादायी कोट हमेशा याद रहेंगे 

जन्मदिन विशेष: डॉक्टर कलाम के यह 10 प्रेरणादायी कोट हमेशा याद रहेंगे 

पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर अब्दुल कलाम का आज जन्मदिन है.

नई दिल्ली: देश के 11वें राष्ट्रपति अबुल पकिर जैनुलाअबदीन अब्दुल कलाम यानी डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का आज जन्मदिन है. डॉ. कलाम साल 2002 में  देश के राष्ट्रपति चुने गए थे. डॉ. कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को रामेश्वरम में हुआ था. 27 जुलाई 2015 को उन्होंने सिलॉन्ग में आखिरी सांस ली. पूर्व राष्ट्रपति डॉ. कलाम को बच्चों से खास लगाव था. कलाम को मिसाइल मैन और जनता के राष्ट्रपति के नाम से जाना जाता था. उनके प्रेरक बोल आज भी लोगों के जीवन में बड़ी प्रेरणा का काम करते हैं. एक मछुआरे के बेटे का दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का राष्ट्रपति बन जाना यूं ही नहीं हुआ होगा, इसके लिए अथक परिश्रम और पॉजिटिव सोच रही होगी, जिसे उन्होंने पग-पग पर जीवन में उतारा. डॉक्टर कलाम का एक प्रेरक कोट है, सपने वो नहीं होते जो आप सोने के बाद देखते हैं, सपने तो वो होते हैं जो आपको सोने नहीं देते.' आईये उनके जन्मदिन के अवसर पर कलाम के कुछ ऐसे ही प्रेरक कोट के बारे में जानते हैं...

देश के 11वें राष्ट्रपति थे डॉक्टर कलाम

  1. सपने तभी सच होते हैं, जब हम सपने देखना शुरू करते हैं...

  2. सबके जीवन में दुख आते हैं, बस इन दुखों में सबके धैर्य की परीक्षा ली जाती है...

  3. जीवन में सुख का अनुभव तभी प्राप्त होता है जब इन सुखों को कठिनाईओं से प्राप्त किया जाता है...

  4. शिखर तक पहुंचने के लिए ताकत चाहिए होती है, चाहे वह माउन्ट एवरेस्ट का शिखर हो या कोई दूसरा लक्ष्य...

  5. अगर हम अपने सफलता के रास्ते पर निराशा हाथ लगती है इसका मतलब यह नहीं है कि हम कोशिश करना छोड़ दें, हर निराशा और असफलता के पीछे ही सफलता छिपी होती है.

  6. सपने वो नहीं होते जो आप सोने के बाद देखते हैं, सपने वो होते हैं जो आपको सोने नहीं देते...

  7. 'शिखर तक पहुंचने के लिए ताकत चाहिए होती है, चाहे वह माउंट एवरेस्ट का शिखर हो या कोई दूसरा लक्ष्य...

  8. देश का सबसे अच्छा दिमाग क्लासरूम के आखिरी बेंचों पर मिल सकता है...

  9. छात्रों को प्रश्न जरूर पूछना चाहिए। यह छात्र का सर्वोत्तम गुण है...

  10. अगर एक देश को भ्रष्टाचार मुक्त होना है तो मैं यह महसूस करता हूं कि हमारे समाज में 3 ऐसे लोग हैं, जो ऐसा कर सकते हैं. ये हैं माता,पिता और शिक्षक...