नेपाल में संसदीय चुनाव में बहुमत की ओर बढ़ रहा है वामपंथी गठबंधन - जानें 6 अहम बातें

275-सदस्यीय संसद में वामपंथी गठबंधन के स्पष्ट बहुमत की तरफ बढ़ने के बाद ओली को प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा के उत्तराधिकारी के तौर पर देखा जा रहा है.

नेपाल में संसदीय चुनाव में बहुमत की ओर बढ़ रहा है वामपंथी गठबंधन - जानें 6 अहम बातें

नेपाल में संसदीय और प्रांतीय विधानसभाओं के चुनाव के लिए दो चरणों में मतदान हुए थे

काठमांडू: नेपाल में वामपंथी गठबंधन संसदीय चुनाव में बहुमत की ओर बढ़ रहा है. अब तक घोषित परिणामों में से 81 सीट पर वामपंथी गठबंधन को जीत हासिल हो चुकी है. पिछले चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने वाली सत्तारूढ़ नेपाली कांग्रेस को सिर्फ 12 सीटें मिली हैं. दो मधेसी पार्टियों फेडरल सोशलिस्ट पार्टी नेपाल और राष्ट्रीय जनता पार्टी ने अब तक तीन-तीन संसदीय सीटों पर कब्जा जमाया है. पूर्व प्रधानमंत्री बाबूराम भट्टाराई के नेतृत्व वाली नया शक्ति पार्टी ने एक सीट पर जीत दर्ज की है. वहीं एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार को जीत मिली है. बचे हुए सीटों के लिए मतों की गणना चल रही है.

नेपाल मेें वामपंथी गठबंधन बहुमत की ओर

  1. प्रधानमंत्री केपी ओली के नेतृत्व वाली नेकपा-एमाले और पूर्व प्रधानमंत्री प्रचंड के नेतृत्व वाली नेकपा माओवादी ने प्रांतीय और संसदीय चुनावों के लिए गठबंधन बनाया था.

  2. गठबंधन के 275-सदस्यीय संसद में स्पष्ट बहुमत की तरफ बढ़ने के बाद ओली को प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा के उत्तराधिकारी के तौर पर देखा जा रहा है.

  3. ओली ने झापा-5 क्षेत्र से जीत दर्ज की. उन्होंने नेपाली कांग्रेस के उम्मीदवार खगेंद्र अधिकारी को 28,000 से अधिक मतों के अंतर से हराया.

  4. नेपाल में संसदीय और प्रांतीय विधानसभाओं के चुनाव के लिए दो चरणों में 26 नवंबर और 7 दिसंबर को मतदान हुए थे.

  5. पहले चरण में 32 जिलों में चुनाव हुए थे, जिसमें से ज्यादातर पर्वतीय इलाके शामिल थे. पहले चरण में 65 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जबकि दूसरे चरण में 67 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया.

  6. संसदीय सीटों के लिए हुए चुनाव में 1663 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. (इनपुट एजेंसियों से)