युवाओं के लिए 'स्वच्छ भारत समर इंटर्नशिप 2018', लॉन्च, 'मन की बात' के 10 अहम प्वाइंट्स

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' के 43वें संस्‍करण में सबसे पहले कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को बधाई दी

युवाओं के लिए 'स्वच्छ भारत समर इंटर्नशिप 2018', लॉन्च, 'मन की बात' के 10 अहम प्वाइंट्स

मन की बात करते पीएम मोदी (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' के 43वें संस्‍करण में सबसे पहले कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को बधाई दी. प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे खिलाडियों ने भी देशवासियों की उम्मीदों पर खरा उतरते हुए बेहतरीन प्रदर्शन किया और एक-के-बाद एक मेडल जीतते ही चले गए. चाहे शूटिंग हो, रेस्लिंग हो, वेटलिफ्टिंग हो, टेबल टेनिस हो या बैटमिंटन हो भारत ने रिकॉर्ड प्रदर्शन किया. तो चलिए जानते हैं इस बार पीएम मोदी के मन की बात की क्या हैं बड़ी बातें....

मन की बात की 10 बड़ी बातें

  1. पीएम मोदी ने कहा कि ये एक ऐसा समय था जब देश भर में लोग रोज़ सोचते थे कि आज कौन-कौन से खिलाड़ी प्रदर्शन करेंगे. हमारे खिलाडियों ने भी देशवासियों की उम्मीदों पर खरा उतरते हुए बेहतरीन प्रदर्शन किया और एक-के-बाद एक मेडल जीतते ही चले गए. हर भारतीय को ये सफ़लता गर्व दिलाती है. पदक जीतना खिलाड़ियों के लिए गर्व और खुशी की बात होती ही है. ये पूरे देश के लिए, सभी देशवासियों के लिए अत्यंत गौरव का पर्व होता है.

  2. बिना खर्च के Fit India के मूवमेंट का नाम योग है. Fit India अभियान में योग की विशेष महिमा है.

  3. पीएम मोदी ने कहा कि मेरे नौजवान साथियों, एक विशेष इंटर्नशीप के लिए मैं आज आपसे आग्रह कर रहा हूं. भारत सरकार रके तीन मंत्रालय ने मिलकर के एक स्वच्छ भारत समर इंटर्नशिप 2018 लॉन्च किया है. कॉलेज के छात्र-छात्राएं, एनसीसी के नौजवान जो कुछ करना चाहते हैं, समाज के लिए देश के लिए उन सबके लिए यह अवसर है. भारत सरकार के तीन मंत्रालय ने मिलकर एक स्वच्छ भारत समर इंटर्नशिप 2018 कार्यक्रम लॉन्च किया है. इसमें अच्छा प्रदर्शन करने वाले छात्र..छात्राओं को राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत किया जायेगा. 

  4. भारतीयों के दिल में जल-संरक्षण ये कोई नया विषय नहीं है, किताबों का विषय नहीं है, भाषा का विषय नहीं रहा. सदियों से हमारे पूर्वजों ने इसे जी करके दिखाया है. एक-एक बूंद पानी के माहात्म्य को उन्होंने प्राथमिकता दी है. 

  5. कुछ ही दिनों में रमज़ान का पवित्र महीना शुरू हो रहा है. विश्वभर में रमज़ान का महीना पूरी श्रद्धा और सम्मान से मनाया जाता है. पैगम्बर मोहम्मद साहब की शिक्षा और उनके सन्देश को याद करने का यह अवसर है. उनके जीवन से समानता और भाईचारे के मार्ग पर चलना यह हमारी ज़िम्मेदारी बनती है. एक बार एक इंसान ने पैगम्बर साहब से पूछा- “इस्लाम में कौन सा कार्य सबसे अच्छा है?” पैगम्बर साहब ने कहा- “किसी गरीब और ज़रूरतमंद को खिलाना और सभी से सदभाव से मिलना, चाहे आप उन्हें जानते हो या न जानते हो.” पैगम्बर मोहम्मद साहब ज्ञान और करुणा में विश्वास रखते थे. उन्हें किसी बात का अहंकार नहीं था. वह कहते थे कि अहंकार ही ज्ञान को पराजित करता रहता है. पैगम्बर मोहम्मद साहब का मानना था कि यदि आपके पास कोई भी चीज़ आपकी आवश्यकता से अधिक है तो आप उसे किसी ज़रूरतमंद व्यक्ति को दें, इसीलिए रमज़ान में दान का भी काफी महत्व है.

  6. पीएम ने कहा कि बाबा साहेब ने सविंधान के माध्यम से दलित, पीड़ित, शोषित या वंचित हर वर्ग पर खड़े करोड़ों लोगों को सशक्त बनाया. करुणा का इससे बड़ा उदाहरण नहीं हो सकता.  लोगों की पीड़ा के लिए यह करुणा, भगवान बुद्ध के सबसे महान गुणों में से एक थी.

  7. उन्होंने कहा कि मैं दुनिया भर में फैले हुए भगवान बुद्ध के प्रति श्रद्धा रखने वाले, करुणा के सिद्धांतों में विश्वास करने वाले - सबको बुद्ध पूर्णिमा की मंगलमयी कामना करता हूँ. 

  8. भारत सरकार कई बौद्ध मंदिरों के पुनरुद्धार कार्यों में भागीदार है. इसमें म्यांमार में बागान में सदियों पुराना वैभवशाली आनंद मंदिर भी सम्मलित है.भगवान बुद्ध की शिक्षा घृणा को दया से मिटाने की राह दिखाती है.

  9. पीएम मोदी ने कहा कि जब आप एक देश के रूप में मजबूत होते हैं तो आप सब के साथ शांतिपूर्ण रह सकते हैं. पोखरण परीक्षण ने पूरे विश्व को दिखाया कि भारत की भूमि महान वैज्ञनिकों की भूमि है और एक मज़बूत नेतृत्व के साथ भारत नए मुकाम और ऊंचाइया हासिल कर सकता है. 

  10. उन्होंने कहा कि आज जब हम 11 मई, 1998 का 20वां वर्ष मनाएंगे, तब भारत की शक्ति के लिए अटल जी के मन्त्र - 'जय-जवान जय-किसान,जय-विज्ञान'-को  आत्मसात करते हुए आधुनिक, शक्तिशाली और समर्थ भारत बनाने के लिए हर युवा योगदान देने का संकल्प करें.