'मन की बात' में बोले पीएम मोदी, खादी वस्त्र नहीं विचार है, पढ़ें 10 खास बातें

पीएम मोदी ने आज अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिए लोगों को संबोधित किया. पीएम मोदी के कार्यक्रम का यह 36वां एपिसोड था.

'मन की बात' में बोले पीएम मोदी, खादी वस्त्र नहीं विचार है, पढ़ें 10 खास बातें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: पीएम मोदी ने आज अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिए लोगों को संबोधित किया. पीएम मोदी के कार्यक्रम का यह 36वां एपिसोड था. लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इस कार्यक्रम ने मुझे देश की सकारात्मक शक्ति से जुड़ने का अवसर दिया है. यह मेरे मन की बात नहीं है, ये देश की मन की बात है. पीएम मोदी ने कहा, ‘मुझे इस कार्यक्रम में लोगों के अनेकों सुझाव मिलते रहते हैं और उनमें से कई बातें मुझे प्रेरणा देती है. इस कार्यक्रम के जरिए देश के कोने-कोने से लोग मुझ तक अपनी बात पहुंचाते हैं.”

मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :

  1. पीएम मोदी ने कहा, कार्यक्रम के तीन साल पूरे हो गए हैं और अब समाज के अलग-अलग क्षेत्र से जुड़े लोग इसका आकलन करेंगे. पीएम मोदी ने अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में तमाम पहलुओं के बारे में लोगों को संबोधित किया, जिनमें प्रमुख रूप से स्वच्छता अभियान, खादी और पर्यटन शामिल हैं.

  2. पीएम मोदी ने स्वच्छता अभियान को लेकर कहा कि हमने निर्णय किया था कि 15 सितंबर से लेकर 2 अक्टूबर (गांधी जयंती) तक हम अपने आस-पास स्वच्छता अभियान चलाएंगे. उन्होंने कहा कि आज हर कोई इस अभियान का हिस्सा बन रहा है. संकल्प से सिद्धी हो रही है. हर कोई इसे स्वीकारता है.

  3. पीएम मोदी ने बताया कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी इस स्वच्छता अभियान से जुड़े हैं. इस मुहिम को छेड़ने के बाद सार्वजनिक स्थान पर सफाई का खास ख्याल रखा जा रहा है, अब लोग टोकते हैं. गंदगी होने नहीं दे रहे हैं. स्वच्छता को स्वभाग बनाना है. ढाई करोड़ बच्चों ने स्वच्छता से जुड़ी मुहिम में हिस्सा लिया. पेंटिंग, निबंध आदि में हिस्सा लिया. उन्होंने कहा कि मीडिया के लोगों ने इस अभियान को आगे बढ़ाया है.

  4. पीएम मोदी ने अपने संबोधन मे कश्मीर के बिलाल डार की बात कही और बताया कि वह स्वच्छता के साथ-साथ आजीविका कमा रहा है. श्रीनगर नगर निगम ने उसे अपना एंबेसेडर बनाया है. उन्होंने कहा कि निगम से उसे गाड़ी दी है, टेलिफोन दिया है. वह सफाई के काम में लगा है, इसलिए डार बधाई के पात्र हैं.

  5. पीएम मोदी ने कहा कि खादी के प्रति लोगों में रुचि बनी है. उन्होंने कहा कि लोगों से मैंने खादी का उपयोग करने के लिए लोगों ने इसका सम्मान किया, जिससे खादी की बिक्री बढ़ी है. खादी की बिक्री बढ़ने से गरीब के घर में रोजगार पहुंचा. 2 अक्टूबर से खादी में रियायद मिलती है, इसे आगे बढ़ाना चाहिए. खादी खरीदकर गरीब के घर में दिया जलाएं.

  6. प्रधानमंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी से लेकर सरदार पटेल तक ने अक्टूबर में जन्म लिया था, इन नेताओं ने देश के लिए कष्ट झेले हैं. सभी महापुरुषों का उद्देश्य था कि देश के लिए कुछ करना है. मात्र उपदेश ही नहीं अपने जीवन के द्वारा उन्होंने कुछ कर के दिखाया. कई महापुरुष सत्ता के गलियारों से दूर रहे हैं और सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय में लगे रहे. नाना जी देशमुख ने राजनीति छोड़कर लोगों की सेवा की. दीन दयाल जी भी समाज के आखिरी व्यक्ति के जीवन में बदलाव के लिए प्रयासरत थे.

  7. पीएम नरेंद्र मोदी ने टूरिज्म के बारे में भी अपनी राय रखी. उन्होंने कहा, अब मौसम है कि लोग घूमने निकलते हैं. हमारे देश में कई लोग विदेशों में ही घूमने जाते हैं. उन्होंने कहा कि हमारा देश विविधताओं से भरा हुआ है, आप विदेश जाएं ठीक है, लेकिन भारत में देखने के लिए बहुत कुछ हैं. पहले आप देश को समझ लें. देश के महापुरुषों ने पहले देश को घूमा, उसे समझा. टूरिज्म में वैल्यू एडिशन तब होगा जब हम विद्यार्थी के तौर पर घूमें. उन्होंने कहा कि 500 से ज्यादा जिलों में मैं गया हूं. 450 से ज्यादा में तो मैं रुका भी. 

  8. पीएम ने कहा कि भारत के पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम जब नौजवानों से बात करते थे, तो हमेशा नानाजी देशमुख के ग्रामीण विकास की बात किया करते थे. इस बात को हमें स्वीकार करना होगा कि भावी इतिहास, इतिहास की कोख में जन्म लेता

  9. पीएम मोदी ने महिला शक्ति को लेकर भी लोगों को संबोधित किया और कहा कि महिला शक्ति और देशभक्ति मिसाल. दो महिलाएं सेना में भर्ती हुई हैं. दोनों ही शहीदों की पत्नी रही हैं. देश को इन वीरांगनाओं के प्रति आदर है.

  10. उन्होंने अन्न बचाने के प्रयास पर कहा कि अन्न बचाने के प्रयास में कई लोग पहले से लगे हैं. उन्होंने कहा कि मैंने महाराष्ट्र के चंद्रकांत कुलकर्णी की बात कही थी. उन्होंने स्वच्छता के लिए अपनी पेंशन दे दी. हरियाणा के सरपंच की एक तस्वीर पर सेल्फी विद डॉटर एक मुहिम बनी.