क्या राष्ट्रपति कोविंद के अभिभाषण ने तय कर दिया है मोदी सरकार के 2019 के लोकसभा चुनाव का एजेंडा? 8 बड़ी बातें

मोदी सरकार का एजेंडा साफ है कि वह इस चुनाव में महिलाओं के लिए किए गए कामों को जोरदार प्रचार करेगी. राष्ट्रपति कोविंद ने केंद्र सरकार की ओर से शुरू की गई योजनाओं के बारे में बताते हुए 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' जैसी योजनाओं का जिक्र किया है.

क्या राष्ट्रपति कोविंद के अभिभाषण ने तय कर दिया है मोदी सरकार के 2019 के लोकसभा चुनाव का एजेंडा? 8 बड़ी बातें

राष्ट्रपति कोविंद ने उम्मीद जताई है कि ट्रिपल तलाक बिल को जल्द ही पास कर दिया जाएगा

नई दिल्ली: जैसा की पहले से ही तय है कि राष्ट्रपति का अभिभाषण सरकार की उपलब्धियों को ही गिनाता है. ये बजट मोदी सरकार का आखिरी पूर्णकालिक बजट होगा और इस बार का अभिभाषण 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के एजेंडे की नींव भी तय कर सकता है. राष्ट्रपति के अभिभाषण साफ जाहिर है कि मोदी सरकार मुस्लिम महिलाओं के बीच ट्रिपल तलाक के मुद्दे को जोर-शोर से भुनाने की तैयारी कर रही है और पूरी कोशिश होगी कि इसे इसी सत्र में पास कर लिया जाए. कोई बड़ी बात नहीं होगी कि इस बिल को लेकर कुछ मुद्दों पर सरकार विपक्ष की बात मान ले. इसके अलावा राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि सरकार ने मुस्लिम महिलाओं के लिए अब बिना पुरुषों के साथ भी हज जाने की सुविधा शुरू की है. कुल मिलाकर मोदी सरकार का एजेंडा साफ है कि वह इस चुनाव में महिलाओं के लिए किए गए कामों को जोरदार प्रचार करेगी. राष्ट्रपति कोविंद ने केंद्र सरकार की ओर से शुरू की गई योजनाओं के बारे में बताते हुए 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' जैसी योजनाओं का जिक्र किया है.

महिलाओं के लिए राष्ट्रपति के अभिभाषण में ये हैं 8 बड़ी बातें

  1. कमजोर वर्गों के लिए समर्पित मेरी सरकार संविधान में निहित मूलभावना पर चलते हुए देश में सामाजिक न्याय तथा आर्थिक लोकतंत्र को सशक्त करने और आम नागरिक के जीवन को आसान बनाने के लिए कार्य कर रही है. हम सबका दायित्व है कि जब 2019 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाई जाए, तब तक हम देश को पूरी तरह स्वच्छ बनाकर पूज्य बापू के प्रति अपनी सच्ची श्रद्धा व्यक्त करें. 

  2. गरीब महिलाओं को ‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना’ ने सुविधा संपन्न महिलाओं से बराबरी करने का अवसर दिया है और सामाजिक न्याय के एक अनदेखे पक्ष का समाधान किया है. अब तक इस योजना के तहत 3 करोड़ 30 लाख से ज्यादा गैस कनेक्शन दिए जा चुके हैं.

  3. मुस्लिम महिलाओं का सम्मान कई दशकों तक राजनीतिक लाभ-हानि का बंधक रहा है. अब देश को उन्हें इस स्थिति से मुक्ति दिलाने का अवसर मिला है. 

  4. मेरी सरकार ने तीन तलाक के संबंध में एक विधेयक संसद में प्रस्तुत किया है. मैं आशा करता हूं कि संसद शीघ्र ही इसे कानूनी रूप देगी. तीन तलाक पर कानून बनने के बाद मुस्लिम बहन-बेटियां भी आत्मसम्मान के साथ भयमुक्त जीवन जी सकेंगी.

  5. बेटियों के साथ भेदभाव खत्म करने के लिए मेरी सरकार ने ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ योजना शुरू की थी. इस योजना के सकारात्मक परिणाम को देखते हुए अब इसका दायरा 161 जिलों से बढ़ाकर 640 जिलों तक कर दिया गया है. 

  6. सरकार ने मतृत्व लाभ एक्ट में बदलाव करके एक बड़ा कदम उठाया है. महिलाओं को 12 सप्ताह के स्थान पर वेतन सहित, 26 सप्ताह की छुट्टी देने का प्रावधान किया गया  है. अब कामकाजी महिलाओं को अपने नवजात शिशुओं की देखभाल के लिए अधिक समय मिला करेगा. 

  7. ‘जनधन योजना’ के तहत अब तक लगभग 31 करोड़ गरीबों के बैंक खाते खोले जा चुके हैं. इस योजना के शुरू होने से पहले, देश में महिलाओं के बचत खातों की संख्या लगभग 28 प्रतिशत थी जो अब बढ़कर 40 प्रतिशत से भी अधिक हो गई है. 

  8. महिलाओं के सशक्तिकरण के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए, आजादी के बाद पहली बार पुरुष रिश्तेदारों के बिना, 45 साल से ज्यादा आयु की महिलाओं के हज पर जाने की पाबंदी हटा दी गई है. इस वर्ष 1,300 से ज्यादा महिलायें बिना मेहरम के हज पर जा रही हैं.