Rajasthan Election Results 2018: राजस्थान में सचिन पायलट ने कैसे किया करिश्मा, 10 खास बातें

Election Results 2018: राजस्थान (Rajasthan Election Results) में जीत का श्रेय सचिन पायलट (Sachin Pilot) को भी दिया जा रहा है.

Rajasthan Election Results 2018: राजस्थान में सचिन पायलट ने कैसे किया करिश्मा, 10 खास बातें

Election Results 2018: राजस्थान में जीत का श्रेय सचिन पायलट (Sachin Pilot) को दिया जा रहा है.

नई दिल्ली : Election Results 2018: राजस्थान विधानसभा चुनाव (Rajasthan Election Results) की मतगणना में सभी 199 सीटों के रुझान आ गए हैं. अब तक कांग्रेस को 101 सीटों पर बढ़त मिलती दिख रही है, वहीं बीजेपी के उम्मीदवारों ने 73 सीटों पर बढ़त बनाई है. दूसरी तरफ, बहुजन समाज पार्टी और अन्य उम्मीदवारों ने भी बेहतर प्रदर्शन किया है. बसपा को 6 तो अन्य उम्मीदवारो को 19 सीटों पर बढ़त मिलती दिख रही है. राजस्थान में (Rajasthan Election Results) में कांग्रेस की वापसी के संकेत देख पार्टी कार्यकर्ता जश्न के मोड में हैं. दिल्ली में पार्टी दफ्तर के बाहर कार्यकर्ता एक दूसरे का मुंह मीठा कराने के साथ पटाखे फोड़कर जश्न मना रहे हैं. राजस्थान में जीत का श्रेय सचिन पायलट (Sachin Pilot) को भी दिया जा रहा है. वह मुख्यमंत्री पद के दावेदार भी हैं. आइये आपको बताते हैं कि कैसे सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने 'महारानी' (Vasundhara Raje) को सत्ता से बेदखल कर कांग्रेस को जीत की दहलीज पर खड़ा कर दिया है. 

सचिन पायलट ने कैसे किया करिश्मा

  1. राजस्थान विधानसभा चुनाव (Rajasthan Election Results) की मतगणना में सभी 199 सीटों के रुझान आ गए हैं. अब तक कांग्रेस को 101 सीटों पर बढ़त मिलती दिख रही है, वहीं बीजेपी के उम्मीदवारों ने 73 सीटों पर बढ़त बनाई है. कांग्रेस की तरफ से सीएम पद के दावेदारों में सचिन पायलट का नाम सबसे आगे है. 

  2. राजस्थान विधानसभा चुनाव ( Rajasthan Election  Results) में कांग्रेस को मिली जीत का श्रेय काफी हद तक पार्टी की नयी पीढ़ी के नेता सचिन पायलट को दिया जा रहा है. सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने चुनावों में अपना ध्यान राष्ट्रीय राजनीति से हटा कर राज्य की चुनौतियों पर लगाया.

  3. कहा जाता है कि 2014 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की हार पर सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने संकल्प लिया था कि जब तक पार्टी सत्ता में नहीं लौटती वह साफा नहीं बांधेंगे. इन चुनावों में उन्होंने करिश्मा कर दिखाया और इसकी बदौलत कांग्रेस सत्ता के मुंहाने पर खड़ी है. 

  4. आपको बता दें कि राजस्थान में 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी शिकस्त (भाजपा की 163 सीटों के मुकाबले महज 21 सीट) के बाद राहुल गांधी (वर्तमान पार्टी अध्यक्ष) ने राज्य की बागडोर पार्टी के दिवंगत नेता राजेश पायलट के बेटे सचिन को सौंपी थी. राजेश पायलट की 2000 में दौसा में एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी.

  5. यूपीए सरकार में मंत्री रह चुके सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने यह चुनौती स्वीकार कर ली और राज्य की सत्ता में कांग्रेस की वापसी सुनिश्चित करने के लिए राज्य में पांच लाख किमी से अधिक की यात्रा की. उन्हें जनवरी 2014 में प्रदेश (राजस्थान) कांग्रेस अध्यक्ष बनाया गया. 

  6. सचिन पायलट (Sachin Pilot) वर्ष 2004 में अपने पिता के निर्वाचन क्षेत्र दौसा से 26 वर्ष की आयु में सांसद चुने गए  थे और वे संसद के सबसे युवा सदस्य बने थे. इसके बाद 2009 में  दूसरी बार वह अजमेर सीट से लोकसभा के लिए चुने गए थे.

  7. दो बार सांसद रहे सचिन पायलट ने इस बार अपना पहला विधानसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. सचिन पायलट (Sachin Pilot) टोंक की चर्चित सीट पर भाजपा प्रत्याशी और वसुंधरा राजे सरकार में कदृावर मंत्री रहे युनुस खान को हराया. 

  8. आपको बता दें कि सचिन पायलट को 2008 में विश्व आर्थिक मंच (वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम) ने यंग ग्लोबल लीडरों में भी चुना था. सात सितंबर 1977 को जन्मे सचिन ने दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रख्यात सेंट स्टीफेंस कॉलेज से अंग्रेजी साहित्य में स्नातक की उपाधि हासिल की.

  9. राजनीति में आने से पहले सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने बीबीसी के दिल्ली ब्यूरो में और फिर जनरल मोटर्स कॉरपोरेशन में काम किया. उन्होंने व्हार्टन बिजनेस स्कूल (पेनसिलवेनिया विश्वविद्यालय) से ‘बहुराष्ट्रीय प्रबंध एवं वित्त' में एमबीए किया है.

  10. सचिन की शादी नेशनल कांफ्रेंस नेता फारूक अब्दुल्ला की बेटी सारा से हुयी थी. उनके दो बेटे भी हैं. सचिन ने विमान उड़ाने के लिए ‘‘पायलट'' का अपना निजी लाइसेंस 1995 में अमेरिका से हासिल किया था. उनकी खेलों में भी रूचि रही है और कई राष्ट्रीय शूटिंग प्रतिस्पर्धाओं में उन्होंने दिल्ली का प्रतिनिधित्व भी किया है. (इनपुट- भाषा से भी)