दलित वोटों पर नजर : 'संविधान बचाओ' अभियान की आज शुरुआत करेंगे राहुल गांधी, 10 बड़ी बातें

आज सुबह साढ़े दस बजे दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 'सेव द कांस्टीट्यूशन' (संविधान बचाओ) नाम से एक अभियान की शुरुआत करने जा रहे हैं.

दलित वोटों पर नजर : 'संविधान बचाओ' अभियान की आज शुरुआत करेंगे राहुल गांधी, 10 बड़ी बातें

दिल्ली में आज सुबह 10.30 बजे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 'संविधान बचाओ' की शुरुआत करेंगे

नई दिल्ली: 2019 के लोकसभा चुनाव और इसी साल कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सरकार के खिलाफ माहौल तैयार करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. कठुआ और उन्नाव कांड के बाद लोगों की आई प्रतिक्रिया और हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के जजों के बीच मतभेद को भी कांग्रेस मुद्दा बनाना चाहती है. इसी कड़ी में उसने प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव भी सौंपा है. हालांकि इस कांग्रेस के अंदर ही मतभेद है और कई विपक्षी दल साथ नहीं आए हैं. वहीं आज सुबह साढ़े दस बजे दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 'सेव द कांस्टीट्यूशन' (संविधान बचाओ) नाम से एक अभियान की शुरुआत करने जा रहे हैं.

कांग्रेस के इस अभियान की 10 बड़ी बातें

  1. कांग्रेस पार्टी की योजना के मुताबिक़ ये अभियान पूरे देश भर में अगले एक साल तक चलाया जाएगा. इसका मक़सद मोदी सरकार को दलितों के हितों का विरोधी बता कर दलितों के बीच कांग्रेस की पैठ बढ़ाने का है.

  2. इसमें कांग्रेस का ज़ोर ये बताने का रहेगा कि ख़ासतौर पर दलितों के हकों को लेकर किस तरह से संविधान पर चोट की जा रही है. 

  3. पंचायत और स्थानीय निकाय और ज़िला स्तर के पार्टी पदाधिकारियों के साथ-साथ कई कार्यकर्ता शामिल होंगे.

  4. कांग्रेस के वर्तमान एवं पूर्व सांसद,जिला परिषदों, नगरपालिकाओं और पंचायत समितियों में पार्टी के दलित समुदायों के प्रतिनिधि और पार्टी की स्थानीय इकाइयों के पदाधिकारी भी इसमें भाग लेंगे.  इसके अलावा पार्टी के महिला और युवा सेवादल की भी सक्रिय भागीदारी होगी.

  5. इसकी शुरुआत के मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद, मल्लिकार्जुन खड़गे और सुशील कुमार शिंदे आदि भी शामिल हो सकते हैं. 

  6. इस अभियान की शुरुआत में भाग लेने वाले तमाम कांग्रेसियों को अपने-अपने इलाक़े में जाकर ये संदेश फैलाने की ज़िम्मेदारी दी जाएगी कि किस तरह से कांग्रेस उनके हक़ों के लिए लड़ रही है. इसके लिए यह अभियान अलग-अलग राज्यों में भी चलाया जाएगा.

  7. हाल के सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले के मद्देनज़र कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर आरक्षण विरोधी होने का आरोप लगाया है. इसके बाद 2 अप्रैल को बुलाए गए देशव्यापी बंद में बड़े पैमाने पर दलित सड़कों पर उतरे.

  8. कांग्रेस को लगता है कि दलितों की आवाज़ को उठा कर ही वह अपनी खोई हुई राजनीतिक ज़मीन हासिल कर सकती है. 

  9. इसलिए वह दलितों के बीच जाकर ये बताने की कोशिश करेगी कि आख़िर कांग्रेस ने उनके लिए क्या किया और आगे क्या कर सकती है.

  10. इस रैली को देश में बढ़ते अविश्वास और अहिष्णुता के खिलाफ बताया गया है. इससे पहले कांग्रेस ने 9 अप्रैल को इसी मुद्दे पर देशव्यापी उपवास का भी आयोजन किया था. कुल मिला कर कांग्रेस 2019 की तैयारी में जुट गई है.