आसियान क्या है? भारत कब बना इसका सदस्य, 6 बड़ी बातें

आसियान यानी दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों के संगठन जिसे दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों के साथ मिलकर बनाया गया है. इस संगठन का उद्देश्य सभी 10 देशों के बीच आर्थिक साझेदारी, व्यापार में बढ़ावा देना है

आसियान क्या है? भारत कब बना इसका सदस्य, 6 बड़ी बातें

1996 में भारत इसका पूर्ण सदस्य बना था

नई दिल्ली: आसियान यानी दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों के संगठन जिसे दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों के साथ मिलकर बनाया गया है. इस संगठन का उद्देश्य सभी 10 देशों के बीच आर्थिक साझेदारी, व्यापार में बढ़ावा देना है. इसके साथ ही क्षेत्र में शांति और स्थिरता कायम करना है. इस संगठन का मुख्यालय इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में है. इस बार असियान देशों के नेता भारत के 69वें गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि हैं. इसको भारत की बेहतरीन विदेश नीति का हिस्सा माना जा रहा है.

6 बड़ी बातें

  1. आसियान की स्थापना 8 अगस्त 1967 को थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में की गई थी. उस समय इस संगठन में थाईलैंड के अलावा इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलिपींस, सिंगापुर थे.

  2. ब्रुनेई 1984 में और वियतनाम को 1995 में शामिल किया गया था. फिर 1997 में लाओस और म्यांमार को इसका हिस्सा बनाया गया.

  3. 1999 में कंबोडिया में को इसका सदस्य बनाया गया. 1976 में आसियान की पहली बैठक हुई. जिसका एजेंडा शांति और सहयोग था.

  4. 1994 में आसियान ने एशियाई क्षेत्रीय फोरम की स्थापना की. इसका उद्देश्य सुरक्षा को बढ़ावा देना था. इसके सदस्य अमेरिका, रूस, भारत, चीन, जापान और उत्तरी कोरिया 23 सदस्य हैं. 

  5. 1992 में भारत असियान का 'क्षेत्रीय संवाद भागीदार' और 1996 में पूर्ण सदस्य बन गया. चीन की भी कोशिश है कि उसे भी आसियान का पूर्ण सदस्य बना जाए.

  6. 2015 में मलेशिया की राजधानी कुआलालम्पुर में आयोजित इसकी बैठक में आर्थिक नीति पर एक बड़ा फैसला लिया गया. जिसमें सभी सदस्य देशों को मिलाकर आर्थिक समुदाय बनाने का फैसला लिया गया. 31 दिसंबर 2015 में इसको बना भी लिया गया. जिसमें सदस्य कई आर्थिक समझौंतों से बंधे हुए हैं.