मुंबई: ‘वायसराय हाउस’ यानी आज का प्रेसिडेंट हाउस. इसी वायसराय हाउस में देश की आजादी से लेकर पाकिस्तान के बनने तक तमाम चर्चाएं और फैसले हुए. यही वह जगह है जहां माउंटबेटन से मिलने जिन्ना, नेहरू और महात्मा गांधी आया करते थे. करीब पांच सौ भारतीय कर्मचारी उन दिनों वायसराय हाउस में काम किया करते थे. डायरेक्टर गुरिंदर चड्ढा की फिल्म ‘वायसराय हाउस’ राजनीतिक उठापटक के बीच उनकी जिंदगियों में होने वाली हलचलों पर रोशनी डालती है.
पाकिस्तान की मांग को लेकर हिंदू और मुस्लिमों के बीच गहरे अविश्वास और पॉलिटिकल तूफान के बीच भी किस तरह वायसराय हाउस में रहने वाले हिंदू कर्मचारी जीत और मुस्लिम सहायिका आलिया के बीच की लव स्टोरी परवान चढ़ती है. ये सब इस फिल्म में दिखाया गया है. फिल्म ‘वायसराय हाउस’ की कहानी की शुरू होती है माउंट बेटन और एडविना से जिनकी एंट्री के बाद आज का प्रेसीडेंट हाउस यानी तब के वायसराय हाउस में पार्टीशन की मीटिंगों के दौरान कई दिलचस्प किस्सों ने जन्म लिया.
फिल्म का ट्रेलर ऑनलाइन रिलीज होते ही इसे कई हस्तियों से लेकर आम दर्शकों की सराहना मिल रही है. बॉलीवुड से जीत के रोल में मनीष दयाल, आलिया के रोल में हुमा कुरैशी और ओमपुरी भी एक मजबूत रोल में दिखेंगे. महात्मा गांधी के रोल में नीरज काबी, जिन्ना के रोल में डेंजिल स्मिथ और नेहरू के रोल में तनवीर गनी होंगे, जबकि माउंटबेटन के रोल में ह्यूग बोनविले और एडविना के रोल में गिलेन एंडरसन दिखेंगी. यह फिल्म फरवरी 2017 में बनकर तैयार होगी जिसे 3 मार्च 2017 को रिलीज किया जाएगा.