मैं काम करने के लिए तड़प रहा हूं. मुझे काम चाहिए : बॉबी देओल का 'संदिग्ध' परतें उधेड़ता हुआ इंटरव्यू

मैं काम करने के लिए तड़प रहा हूं. मुझे काम चाहिए : बॉबी देओल का 'संदिग्ध' परतें उधेड़ता हुआ इंटरव्यू

बॉबी देओल-सबकुछ बहुत ड्रिपेसिंग था. ऐसा भी एक फेज़ था जब मैं शराब पीने लगा था ... (फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

फिल्म इंडस्ट्री की दुनिया ऊपर से चकमक पत्थर जैसी हसीन और सपनीली लगती है लेकिन असल में यह इस पत्थर जितनी ही फिसलन से भरी है. यहां सबकुछ उतना हरा नहीं होता जितना कि हम मान कर चलते हैं. जो दिखता है, उसमें से काफी कुछ प्रोजेक्शन हो सकता है. जो नहीं दिखता है, उसमें काफी कुछ ऐसा है जो हैरान भी करता है और परेशान भी. उत्थान और पतन के बीच कैसे किसी स्टार के लिए दमघोंटू हालात पैदा होते हैं और कैसे वह उन हालातों से निकलने के लिए छटपटाता है, यह अक्सर कलाकारों के भीतर ही दफन हो जाता है. ऐसी कहानियां कभी सामने आ पाती हैं और कभी नहीं. तर्क तो यह भी दिया जा सकता है कि हर कहानी पूरी की पूरी सच्ची नहीं होती लेकिन हां, कुछ कहानियां जब सेल्फ पोर्ट्रेट के तौर पर या फिर किन्हीं इंटरव्यू में सामने आती हैं तो हैरानी जरूरी होती है. फिलहाल हम यह बात 'बरसात' फिल्म से धमाकेदार तरीके से अपना फिल्मी करियर शुरु करने वाले बॉबी देओल के संदर्भ में कह रहे हैं जिन्होंने हफिंगटन पोस्ट को एक 'ईमानदार' इंटरव्यू दिया है. इसमें उन्होंने खुद से जुड़े विवादों के अलावा फिल्म 'जब वी मेट', डायरेक्टर इम्तियाज अली और अपने 'गायब' होने पर बातचीत की है.

फिल्मों से अचानक गायब होने पर...

  • 90 के दशक में सबकुछ बहुत स्लो था. लोग अपने काम के बारे में हर वक्त बात करते हुए नहीं रहते थे. आपका काम अपने आप ही बोलता था...तब न सोशल मीडिया था.. न इंटरनेट और चीजें मोटामोटी तौर पर काफी आसान थीं. और फिर अचानक सबकुछ  बदल गया और मैं इससे तालमेल नहीं बैठा पाया. लेकिन अब मैं यह सब बदलना चाहता हूं. मैं सचमुच.. सचमुच यह सब बदलना चाहता हूं.
  • इससे पहले कि मुझे कुछ समझ आता, मेरा करियर ढलान पर था. आपको सचमुच कुछ समझ नहीं आता, जब ऐसा होता है.... आपको कुछ पता चले, इससे पहले आप फिल्मों के सेट की बजाय घर पर बैठे हुए ज्यादा दिखने लगते हैं. मैं खुद से पूछता था- बॉबी? तुम्हें काम क्यों नहीं मिल रहा?
  • लोग सोचते थे मैं बिगड़ैल रईस हूं जो अपनी जिन्दगी में खुश है और जो काम नहीं करना चाहता. वह सोचने लगे कि मैं आलसी हूं जबकि मैंने जीवन में कभी किसी फिल्म के लिए लेट मौजूदगी नहीं दिखाई. पता नहीं ऐसा क्यों सोचा गया.
  • मैं जब कहीं जाता हूं तो लोग मेरे पास आते हैं और कहते हैं कि फिल्म करिए लेकिन मैं बेहद असहाय महसूस करता हूं.
  • मैं इतने सालों से सिर्फ बैठा हूं. घर में सिर्फ बैठा रहा हूं. काम मांगा लेकिन मिला नहीं. मेरे पास काम नहीं है.
  • मुझे काम चाहिए. मैं काम चाहता हूं. मैं घर पर नहीं बैठना चाहता. मैं काम करने के लिए तड़प रहा हूं. कोई भी रोल जो मेरे लिए मुफीद हो, किसी फिल्म में सिर्फ लीड रोल ही नहीं, कोई भी अच्छा रोल. इंडस्ट्री सिर्फ परसेप्शन (नजरिए) पर जाती है, और सचाई नहीं देखती. कभी कभी इन दोनों चीजों (नजरिया और सचाई) के बीच काफी गैप होता है.
  • लोगों को लगता है कि मैं धर्मेंद्र का बेटा हूं और मुझे बड़े रोल ही चाहिए तो मैं बता दूं कि ऐसा नहीं है. मैं चिल हूं. मुझे कोई बढ़िया कैरेक्टर रोल दीजिए और मैं उसमें भी खुद को साबित करके दिखा दूंगा. मुझे काम मांगने में शर्म नहीं आती. किसी को भी क्यों आनी चाहिए....

इम्तियाज अली, जब वी मेट, करीना कपूर पर....
उन्होंने बताया कि वह जब वी मेट करने वाले थे. तब इस फिल्म का नाम गीत रखा गया था. जब मैंने सोचा न था देखी तब मैं इम्तियाज के पास गया और उन्हें बताया कि वह बेहतरीन स्टोरीटेलर हैं और उनका भविष्य काफी उज्जवल है. मैंने उन्हें बताया कि मैं उनके साथ काम करना चाहता हूं और उनके पास तब जव बी मेट थी और वह फाइनेशर्स ढूंढ रहे थे. अष्टिविनायक स्टूडियो मुझे साइन करना चाहता था और मैंने उन्हें इम्तियाज से मिलवाया. मैंने उन्हें यह भी कहा कि करीना कपूर से बात करते हैं. इम्तियाज को लेकर उन्होंने कहा कि ओह नो, वह बहुत महंगी फिल्म बनाता है. करीना भी इम्तियाज के साथ काम नहीं करना चाहती थी. प्रीति जिन्टा के पास अगले छह महीनों के लिए डेट नहीं थीं. दिन बीत गए और एक दिन मुझे पता चला कि अष्टिविनायक स्टूडियो ने इम्तियाज के साथ जब वी मेट साइन की है और करीना इस फिल्म में है और उनके अपोजिट उनके तब के बॉयफ्रेंड शाहिद कपूर हैं. हम हाइवे भी करने वाले थे और फिर उन्होंने अपनी मनमर्जी कर ली. लेकिन मेरे मन में उनके लिए कोई दुर्भावना नहीं है. वह बड़े डायरेक्टर हैं और अच्छा काम कर रहे हैं. हम अब भी दोस्त हैं. लेकिन मैं उनसे कहता हूं कि मैं तुम्हारी कोई भी फिल्म तब  तक नहीं देखूंगा जब तक तुम मेरे साथ कोई फिल्म नहीं बनाओगे. और वह तुम्हारी बेस्ट फिल्म होगी.

पिछले साल दिल्ली में विवादास्पद डीजे एपिसोड पर...
मेरे साथ धोखाधड़ी हुए. कुछ लोगों ने मुझे कहा कि मुझे एक क्लब में जाना है लेकिन उन्होंने ऐसा प्रचार किया जैसे मुझे रातभर वहां डीजे बनना है. उन्होंने यह बात मुझे बताई लेकिन कहा कि मुझे कुछ बजाना नहीं है. अब डीजे हर कोई नहीं बन सकता. मुझे इस बारे में कुछ भी नहीं पता. इसलिए मैं वहां कुछ देर के लिए गया लेकिन सबकुछ बैकफायर कर गया. लोगों ने मेरा बहुत मजाक बनाया.

डिप्रेशन और शराब की लत पर, अपनी पत्नी और अपने वर्तमान जज्बे पर...
सबकुछ बहुत ड्रिपेसिंग था. ऐसा भी एक फेज़ था जब मैं शराब पीने लगा था और बाकायदा पूरी तरह से शराबी बनने के कगार पर था. मेरी पत्नी तान्या जो दुनिया की सबेस खूबसूरत इंसान हैं और लगातार सपोर्ट का सोर्स हैं, ने मुझे कहा- तुम कर क्या रहे हो? इससे कुछ हासिल नहीं होने वाला. खुद को इस तरह से खत्म क्यों कर रहे हो..... मैंने सोचा- मैं खुद को सेल्फ-पिटी में गंवाने नहीं जा रहा हूं. जब आप काम नहीं करते हैं, तो आप उदास होने लगते हैं, डिप्रेस होने लगते हैं, बीमार होने लगते हैं. यह आपको बूढ़ा करने लगता है. अब चाहे जो भी हो जाए, मैं जबरदस्त वापसी करूंगा.

पूरा इंटरव्यू पढ़ना चाहते हैं तो इस लिंक पर क्लिक करें. ऑरिजिनल इंटरव्यू इंग्लिश में है.

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