रणबीर के बाद ऋषि कपूर की भी 'युधिष्ठिर' को सलाह, बच्चों के लिए FTII छोड़ें

रणबीर के बाद ऋषि कपूर की भी 'युधिष्ठिर' को सलाह, बच्चों के लिए FTII छोड़ें

नई दिल्ली:

FTII यानी फिल्म एंड टेलीविज़न इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडिया के अध्यक्ष पद के विवाद पर अभिनेता ऋषि कपूर ने अपनी राय ज़ाहिर करते हुए मामले को नया मोड़ देने की कोशिश की है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा है, 'अगर वे आपको नहीं चाहते तो नहीं चाहते। चेयरमैन के पद के लिए ज्य़ादा महत्वाकांक्षी होकर आप किसी का भला नहीं कर रहे हैं। अपने आत्मसम्मान की रक्षा कीजिए और पद से रिटायर हो जाइए।

ऋषि कपूर ने अपने अगले ट्वीट में गजेंद्र चौहान को सलाह देते हुए लिखा है, इस मुद्दे पर इतना विवाद और प्रदर्शन के बाद ये ज़रूरी है कि FTII चेयरमैन अपने पद से इस्तीफ़ा दे दें। इससे वे छात्रों का भी भला करेंगे।'     

बाप-बेटे का साथ
इससे पहले ऋषि कपूर के बेटे और अभिनेता रणबीर कपूर ने एफ़टीआईआई के छात्रों की मांग का समर्थन किया था। रणबीर ने कहा था कि एफ़टीआईआई के छात्रों को अध्यक्ष के रूप में ऐसे व्यक्ति की जरूरत है, जिनसे वे प्रेरणा ले सकें।

यू-ट्यूब में डाले गए एक वीडियो में रणबीर कपूर ये कहते हुए देखे जा सकते हैं कि, 'एफ़टीआईआई भारत का एक प्रमुख संस्थान है, जहां से कई दिग्गज फ़िल्मकार, अदाकार, निर्देशक, सिनेमैटोग्राफर और एडिटर्स आज फिल्म इंडस्ट्री में काम कर रहे हैं।'

रणबीर ने यहां तक कहा था कि एफ़टीआईआई के छात्र वही मांग रहे हैं, जो जायज़ है, वो सिर्फ़ एक निष्पक्ष मौका, निष्पक्ष अध्यापक मंडल और निष्पक्ष पाठ्यक्रम चाहते हैं।

इस्तीफ़ा
इससे पहले अभिनेत्री पल्लवी जोशी ने एफ़टीआईआई की गवर्निंग काउंसिल की सदस्यता स्वीकार करने से ये कहते हुए इनकार कर दिया कि अगर यहां के छात्र इतने नाराज़ हैं तो मैं उन्हें क्या दे पाऊंगी।

गजेंद्र चौहान का विरोध क्यों

फिल्म संस्थान के छात्र गजेंद्र चौहान के अध्यक्ष पद पर चुने जाने का इसलिए विरोध कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि गजेंद्र इस पद के लायक नहीं है। उनका कहना है कि जिस पद की शोभा फ़िल्म इंडस्ट्री के कई दिग्गज बढ़ा चुके हैं उस पर गजेंद्र फिट नहीं बैठते।

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लेकिन गजेंद्र का कहना है कि उन्हें ज़िम्मेदारी देने के साथ ही विरोध शुरू हो गया। किसी ने उन्हें अब तक काम करने का मौका नहीं दिया है और उनकी काबिलियत जाने बगैर सवाल कैसे किए जा सकते हैं?’ बीजेपी के साथ अपने संबंधों पर गजेंद्र चौहान ने कहा कि राजनीति की अपनी विचारधारा होती है और क्रिएटिविटी की अलग... दोनों को मिलाकर नहीं देखा जा सकता है।