यह ख़बर 25 सितंबर, 2013 को प्रकाशित हुई थी

मैं अच्छा हास्य अभिनेता नहीं रहा : शरमन जोशी

खास बातें

  • शरमन जोशी ने कहा, "मैंने अभिनय की शुरुआत थियेटर से की थी, और उसी समय महसूस हुआ कि भावुक दृश्य मैं आसानी से निभा लेता हूं, लेकिन जब मैंने पहली बार हास्य अभिनय किया, वह बहुत बुरा था..."
मुंबई:

बॉलीवुड अभिनेता शरमन जोशी ने भले ही 'स्टाइल', 'गोलमाल', 'ढोल' जैसी कई हास्य फिल्मों में अभिनय किया है, लेकिन उनका कहना है कि वह स्वाभाविक रूप से एक संवेदनशील और भावुक अभिनेता हैं, और अपने थियेटर के दिनों से ही वह हास्य अभिनय में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते थे।

कुछ हास्य फिल्मों के अलावा 'लाइफ इन ए मेट्रो', '3 इडियट्स', 'फेरारी की सवारी' और 'रंग दे बसंती' जैसी फिल्मों में भी अपने अभिनय के जौहर दिखा चुके 34-वर्षीय शरमन जोशी ने एक साक्षात्कार के दौरान कहा, "मैंने अभिनय की शुरुआत थियेटर से की थी, और मैंने हर शैली में अभिनय का अभ्यास किया... उसी समय मुझे महसूस हुआ कि नाटकीयता और भावुकता वाले दृश्य मैं स्वाभाविक रूप से आसानी से निभा लेता हूं, लेकिन जब मैंने अपना पहला हास्य अभिनय किया था, वह बहुत बुरा था..."

वर्ष 1999 में 'गॉडमदर' फिल्म से करियर शुरू करने वाले शरमन जोशी ने आगे कहा, "धीरे-धीरे मैंने हास्य अभिनय के लिए आवश्यक भावों और सही टाइमिंग के साथ सामंजस्य बिठाना सीखा... तो अखिरकार जो मेरे लिए स्वाभाविक है, वह नाटकीयता और भावुकता है, लेकिन बाद में मैंने हास्य पर भी मेहनत की है, और अब कुछ-कुछ कामयाब रहा हूं..."

बेहद लोकप्रिय रही फिल्म '3 इडियट्स' के लिए सर्वश्रेष्ठ सह-अभिनेता का आइफा पुरस्कार जीतने वाले शरमन जोशी जल्द ही देश की पहली युद्ध हास्य फिल्म 'वार छोड़ न यार' में एक सैन्य अधिकारी की भूमिका में नजर आने वाले हैं। उन्होंने कहा, "मैं हमेशा से कोई ऐसी फिल्म करना चाहता था, जिसमें सेना की वर्दी पहनने का मौका मिले... और अब इस फिल्म में मुझे यह मौका मिल ही गया... इसमें मेरा किरदार एक सैन्य अधिकारी का है..."

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फराज हैदर निर्देशित 'वार छोड़ न यार' में जावेद जाफरी, सोहा अली खान और संजय मिश्रा ने भी काम किया है, और यह फिल्म 11 अक्टूबर को प्रदर्शित होने जा रही है।