शरीर को लेकर शर्मिंदगी से दिमागी तनाव के साथ ही आत्मविश्वास में भी कमी आती है : कंगना रनौत

शरीर को लेकर शर्मिंदगी से दिमागी तनाव के साथ ही आत्मविश्वास में भी कमी आती है : कंगना रनौत

कंगना रनौत (फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

छोटे से गांव की एक लड़की से बॉलीवुड की रानी बनने के अभिनेत्री कंगना रनौत के सफर में काफी मोड़ और घुमाव आया है. उन्होंने अब तक के जीवन में काफी उतार-चढ़ाव का सामना किया है. उन्हें अपने शरीर के आकार, सख्त ईमानदारी और बोलने के लहजे को लेकर आलोचना का सामना भी करना पड़ा है. कंगना का कहना है कि हर शरीर का, हर आकार का जश्न मनाने के लिए रुझान की तरह एक सही वक्त आता है.

फिल्म 'गैंगस्टर' से बॉलीवुड में कदम रखा था
कंगना ने कहा, 'मुझे लगता है कि जो महत्वपूर्ण बात सार्वभौमिक है, उसका जश्न मनाना चाहिए, और फिर सबके व्यक्तित्व का जश्न मनान चाहिए.' हिमाचल प्रदेश के मनाली जिले के गांव भामली से ताल्लुक रखने वाली कंगना ने फिल्म 'गैंगस्टर' से बॉलीवुड में कदम रखा था.

शरीर को लेकर शर्मिंदगी से दिमागी तनाव आती है
अपनी प्रतिभा के बलबूते राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता कंगना ने जब सफलता का स्वाद चखा तो फिर उनके बोलने के लहजे, उनकी फैशन शैली, और ईमानदारी को लेकर उपहास उड़ाया गया. उन्होंने कहा कि जो आप नहीं बनना चाहते हैं, वह आप नहीं बन सकते. उन्हें लगता है कि शरीर के आकार, डील-डौल, रंग का मजाक सिर्फ नीचा देखने के लिए उड़ाया जाता है. कंगना ने कहा कि शरीर को लेकर शर्मिंदगी से दिमागी तनाव के साथ ही आत्मविश्वास में भी कमी आती है.

उनका मानना है कि सफलता मिलने पर लोग ईर्ष्या के कारण ऐसा करते हैं. अभिनेत्री के मुताबिक, 'मैं इस बात से असहज होती हूं कि जब आप ऊंचा मुकाम हासिल करते हैं तो फिर चारों तरफ से आपसे जलने वाली अभिनेत्रियां, पीआर और लोग हमला करना लगते हैं जो आप को सफल नहीं देखना चाहते हैं.'

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)


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