फिल्म स्टार धनुष को मेडिकल रिपोर्ट से राहत, खुद को माता-पिता बताने वाले दंपति के दावे गलत निकले

फिल्म स्टार धनुष को मेडिकल रिपोर्ट से राहत, खुद को माता-पिता बताने वाले दंपति के दावे गलत निकले

धनुष के शरीर पर वे शिनाख्ती निशान नहीं मिले हैं, जिनका ज़िक्र दंपति द्वारा दाखिल सबूत में था...

खास बातें

  • कातिरेशन व मीनाक्षी का दावा : धनुष उनका पुत्र, होस्टल से भाग गया था
  • दंपति चाहते थे कि अब धनुष उन्हें 65,000 रुपये प्रतिमाह गुज़ारा भत्ता दे
  • दंपति ने 10वीं का प्रमाणपत्र दिया था, जिनमें शिनाख्ती निशानों का जिक्र था
चेन्नई:

मद्रास हाईकोर्ट को सौंपी गई एक मेडिकल रिपोर्ट दक्षिण भारतीय फिल्मों के सुपरस्टार धनुष के लिए राहत साबित हो सकती है, क्योंकि इस रिपोर्ट से खुद को धनुष के माता-पिता बताने वाले बुज़ुर्ग दंपति के दावे गलत लगते हैं. धनुष के जैविक माता-पिता होने का दावा करते हुए 65,000 रुपये मासिक खर्च की मांग करने वाले दंपति ने सबूत भी दाखिल किए थे, जिनमें कहा गया था कि अभिनेता की गर्दन पर बाईं ओर एक तिल है, तथा बाईं कोहनी पर कटने का एक निशान है. मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक ये दोनों शिनाख्ती निशान अभिनेता के शरीर पर नहीं हैं.

63-वर्षीय कातिरेशन तथा मीनाक्षी ने दावा किया था कि धनुष उनका पुत्र है, जो उस समय होस्टल से भाग गया था, जब वह 11वीं कक्षा में पढ़ता था, और वे चाहते हैं कि अब धनुष उन्हें 65,000 रुपये प्रतिमाह गुज़ारा भत्ता दे. उन्होंने सबूत के रूप में 10वीं कक्षा का प्रमाणपत्र भी कोर्ट में दाखिल किया था, जिनमें इन शिनाख्ती निशानों का ज़िक्र था.

धनुष के वकीलों ने दावा किया था कि यह अभिनेता से पैसा ऐंठने की कोशिश है. 28 फरवरी को हाईकोर्ट की मदुरै बेंच ने मदुरै मेडिकल कॉलेज को इस बात की जांच करने का आदेश दिया था कि अभिनेता के शरीर पर ये शिनाख्ती निशान हैं या नहीं. डॉक्टरों से यह भी बताने के लिए कहा गया था कि क्या इन निशानों को इस तरह मिटाया जा सकता है कि उनके होने का पता ही न चल सके.

अभिनेता की जांच मेडिकल कॉलेज के डीन तथा वाइस-प्रिंसिपल ने उसी दिन हाईकोर्ट के ज़्यूडीशियल रजिस्ट्रार के चैंबर में की थी. मदुरै बेंच के जस्टिस पीएन प्रकाश ने मंगलवार को रिपोर्ट का अध्ययन किया, तथा अब वह इस मामले की सुनवाई 27 मार्च को करेंगे.

रिपोर्ट के मुताबिक डॉक्टरों को वे शिनाख्ती निशान अभिनेता के शरीर पर नहीं मिले हैं, जिनका ज़िक्र दंपति द्वारा दिए गए प्रमाणपत्र में था. डॉक्टरों ने यह भी बताया है कि तिल को लेसर तकनीक से मिटाया जाना मुमकिन है, लेकिन कटने के किसी निशान को मिटाया नहीं जा सकता, हालांकि उनका आकार घट सकता है.

दंपति का दावा था कि धनुष 11वीं कक्षा में पढ़ने के दौरान होस्टल से भाग गया था, और फिर फिल्म निर्देशक कस्तूरी राजा के पास घरेलू नौकर के रूप में काम करने लगा था. गौरतलब है कि कस्तूरी राजा को ही धनुष का पिता माना जाता है. दंपति ने यह भी दावा किया कि फिल्म अभिनेता के रूप में धनुष की कामयाबी के बाद कस्तूरी राजा के परिवार ने उसे बेटे के रूप में स्वीकार किया.


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