नहीं रहीं 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' की 'बा', 77 वर्ष की उम्र में सुधा शिवपुरी का निधन

नहीं रहीं 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' की 'बा', 77 वर्ष की उम्र में सुधा शिवपुरी का निधन

नई दिल्ली:

वर्ष 2000 में टीवी पर शुरू हुए बालाजी टेलीफिल्म्स और एकता कपूर के लोकप्रिय डेली सोप 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' में निभाए 'बा' के किरदार से दर्शकों के दिलों में बस गईं सुधा शिवपुरी का निधन हो गया है। 77-वर्षीय सुधा शिवपुरी लगभग डेढ़ साल से (दिसंबर, 2013 से) काफी बीमार चल रही थीं, और उनका देहांत बुधवार सुबह मुंबई के एक अस्पताल में हुआ।

सुधा शिवपुरी हिन्दी सिनेमा के मशहूर चरित्र अभिनेता रहे ओम शिवपुरी की पत्नी थीं, और सुधा ने बासु चटर्जी की फिल्म 'स्वामी' के साथ वर्ष 1977 में फिल्मों में कैरेक्टर आर्टिस्ट के रूप में डेब्यू किया था। सुधा तथा ओम शिवपुरी की पुत्री रितु ने भी हिन्दी फिल्मों में किस्मत आजमाई थी, और वर्ष 1993 में गोविन्दा की नायिका के रूप में 'आंखें' फिल्म से करियर की शुरुआत की थी, लेकिन वह ज़्यादा कायाबी हासिल नहीं कर पाई।

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उन्होंने 'इंसाफ का तराज़ू', 'हमारी बहू अल्का', 'सावन को आने दो', 'द बर्निंग ट्रेन', 'विधाता' और 'माया मेमसाहब' जैसी फिल्मों में काम किया, लेकिन उन्हें सफलता हासिल हुई, टीवी पर आने के बाद। सुधा शिवपुरी ने 'आ बैल मुझे मार', 'रजनी', 'रिश्ते', 'सरहदें', 'बंधन' जैसे धारावाहिकों में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाईं, लेकिन आज भी लोग उन्हें 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' की 'बा' के रूप में सबसे ज़्यादा याद करते हैं। इसी धारावाहिक में वर्तमान केंद्रीय मानव संसाधन एवं विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने उनकी पौत्र-वधू की भूमिका निभाई थी।