नाईजीरिया की जीत के हीरो रहे मैन ऑफ द मैच अहमद मूसा
खास बातें
- पहले हाफ में नहीं हुआ था कोई गोल
- नाईजीरिया का शुरुआती 45 मिनट में गेंद पर 65 फीसदी कब्जा रहा
- मूसा के 49वें और 75वें मिनट में गोल, मैन ऑफ द मैच बने
वोलदोग्राड: फीफा विश्व कप में पहली बार खेल रही आइसलैंड टूर्नामेंट के 21वें संस्करण में ग्रुप-डी के अपने दूसरे मैच में नाइजीरिया ने हाफ टाइम तक गोल करने में नाकाम रहने के बाद उसके स्ट्राइकर अहमद मूसा मानो टीम के लिए किसी देवदूत की तरह उभर कर सामने आए. मूसा ने पहले 49वें और फिर खेल के 75वें मिनट में गोल दागे. और इन दोनों गोलों की बदौलत नाईजीरिया ने आइसलैंड को 2-0 से पटखनी दे दी. .
इससे पहले हाफ टाइम से पहले तक अपने पाले में करीब 65 फीसदी रखने के बावजूद नाईजीरिया आइसलैंड के डिफेंस को नहीं भेद सकी थी. मध्यांतर तक स्कोर 0-0 रहा. दोनों टीमों की तरफ से गोल करने के अथक प्रयास किए थे, लेकिन शुरुआती 45 मिनट में किसी को भी गोल दागने में कामयाबी नहीं मिल सकी थी.आइसलैंड ने अपने पहले मैच में अर्जेंटीना को 1-1 की बराबरी पर रोक दिया था. नाइजीरिया इस मैच में क्रोएशिया से 0-2 से मात खाने के बाद मैदान पर उतरी थी, लेकिन इस मुकाबले में खासकर अहमद मूसा ने अपने प्रदर्शन से नाईजीरियाई समर्थकों को झूमने पर मजबूर कर दिया.
इस जीत से मिले तीन अंकों के साथ नाइजीरिया अंकतालिका में दूसरे स्थान पर आ गया है. और उसे अगर अंतिम-16 में जगह बनानी है तो अर्जेंटीना के खिलाफ खेले जाने वाले अगले मैच में जीत या ड्रॉ हासिल करना होगा. पहले हाफ में दोनों टीमें बराबरी की फुटबाल खेल रही थीं. दोनों एक दूसरे के मौकों को काट रहीं थीं. तीसरे मिनट में ही आइसलैंड को फ्री किक मिली जिसे गयल्फी सिगुर्डसन ने लिया पर नाइजीरिया के गोलकीपर अझोहो ने उनके शॉट को बाहर भेज दिया. नाईजीरिया कोशिश में तो थी, लेकिन आइसलैंड का डिफेंस उसे मौक ही नहीं बनाने दे रहा था. नाईजीरिया ने हालांकि गेंद पर अपना कब्जा आइसलैंड से ज्यादा बनाए रखा था. इसका फायदो वो उठा नहीं पाई.
यह भी पढ़ें: BRA vs COS: इंजुरी टाइम में ब्राजील ने कोस्टा रिका को दी 2-0 से चोट
खेल के 36वें मिनट में आइसलैंड के बोडवार्सन और बजार्सन को मौका मिला जो जाया चला गया. 41वें मिनट में बजार्सन के पास एक और मौका था लेकिन यह स्ट्राकर यहां भी कामयाब नहीं हो सका। 45वें मिनट में मिली फ्री किक पर भी सिगुडर्सन गोल नहीं कर सके. पहले हाफ में एक भी मौका नहीं बनाने वाले नाईजीरिया ने दूसरे हाफ में आते ही पहला मौका बनाया और उसी पर गोल कर आइसलैंड को परेशानी में डाल दिया. 49वें मिनट में अधिकतर समय खाली रहे विक्टर मोसेस ने बाएं फ्लैंक से बॉक्स के अंदर मुसा को गेंद दी. मूसा ने गेंद को अपने पैर से उछाला और दूसरी बार में उसे नेट के अंदर भेज नाईजीरिया को 1-0 से आगे कर दिया.
अब अब नाइजीरिया हावी थी. उसे 57वें और 61वें मिनट में गोल करने के दो मौके मिले. इन दोनों मौकों पर वह विफल रही. खेल के 67वें मिनट में रुरिक गिस्लासन ने आइसलैंड को बराबरी दिलाने का प्रयास किया जो बेकार हो गया. बहरहाल, 74वें मिनट में मूसा ने अपनी टीम को 2-0 से आगे कर ही दिया. इस दौरान आइसलैंड के पास भी गोल करने का मौका आया था. वीएआर की मदद से उसे 83वें मिनट में पेनाल्टी मिली जिस पर सिगुर्डसन गोल नहीं कर पाए हावी थी। उसे 57वें और 61वें मिनट में गोल करने के दो मौके मिले। इन दोनों मौकों पर वह विफल रही। 67वें मिनट में रुरिक गिस्लासन ने आइसलैंड को बराबरी दिलाने का प्रयास किया जो बेकार हो गया.
खेल के 74वें मिनट में मुसा ने अपनी टीम को 2-0 से आगे कर ही दिया। हालांकि यहा स्टार खिलाड़ी अपनी किस्मत से मात खा बैठा और गेंद बार से टकरा कर वापस आ गई। मुसा ने वक्त बर्बाद नहीं किया और अगले ही मिनट बाएं छोर से आसानी से गोलकीपर को छकाते हुए खाली पड़े गोल में गेंद को डाल स्कोर 2-0 से अपनी टीम के पक्ष में कर दिया. आइसलैंड के पास भी गोल करने का मौका आया था. वीएआर की मदद से उसे 83वें मिनट में पेनाल्टी मिली जिस पर सिगुर्डसन गोल नहीं कर पाए
VIDEO: फुटबॉल विश्व कप के साथ ही कश्मीर की लड़कियों पर भी खेल का सुरूर चढ़ा हुआ है.
कुल मिलाकर मैच का पूरा आकर्षण अहमद मूसा के इर्द-गिर्द ही सिमट कर रह गया. पहला हाफ 0-0 से बराबर खेलने के बाद जिस ऊर्जा की नाईजीरिया को जरूरत थी, उसे मूसा ने बखूबी प्रदान किया. और उन्होंने ऐसे दो बेहतरीन गोल दागे, जो उन्हें ही नहीं बल्कि फुटबॉलप्रेमियों को लंबे समय तक याद रहेंगे.