गुजरात में नाटकीय घटनाक्रम, कांग्रेस और पाटीदारों के बीच पहले समझौता फिर देर रात में विवाद

हार्दिक पटेल की अगुवाई वाली पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पास) के सदस्यों ने कांग्रेस के सूरत के दफ्तर पर हमला किया, आंदोलन के दो नेताओं के नाम सहमति के बिना शामिल करने का आरोप

गुजरात में नाटकीय घटनाक्रम, कांग्रेस और पाटीदारों के बीच पहले समझौता फिर देर रात में विवाद

सूरत में देर रात पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के सदस्यों ने कांग्रेस के दफ्तर पर हमला किया.

खास बातें

  • दिनेश बम्भानिया ने कहा, कांग्रेस ने अनुमति के बिना नामों की घोषणा की
  • पाटीदार कांग्रेस के खिलाफ राज्यव्यापी आंदोलन शुरू करेंगे
  • अहमदाबाद में कांग्रेस मुख्यालय में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी बुलाए गए
नई दिल्ली:

गुजरात में कांग्रेस और पाटीदार समुदाय में समर्थन को लेकर बनी सहमति के कुछ घंटे बाद ही नाटकीय घटनाक्रम सामने आया. देर रात में हार्दिक पटेल की अगुवाई वाली पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पास) के सदस्यों ने कांग्रेस के सूरत के दफ्तर पर हमला किया. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने आंदोलन के दो नेताओं के नाम सहमति के बिना सूची में शामिल कर लिए.

कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के लिए 77 उम्मीदवारों की सूची की घोषणा की है. इसमें पाटीदार समुदाय के 19 सदस्य हैं, जो कि सरकारी नौकरियों और कॉलेजों में समुदाय को आरक्षण देने के लिए प्रचार कर रहे हैं. इनमें हार्दिक पटेल के दो सहयोगी भी शामिल हैं.

कांग्रेस की गुजरात इकाई और पाटीदार अनामत आंदोलन समिति ने पहले कहा था कि वे राज्य में कांग्रेस के सत्ता में आने पर पटेलों को आरक्षण देने के मुद्दे पर एक समझौते पर पहुंच गए हैं. आरक्षण फॉर्मूले की बारीकियों और गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को समर्थन देने को लेकर ‘पास’ के रुख के बाबत आधिकारिक घोषणा सोमवार को हार्दिक पटेल राजकोट में एक जनसभा में करेंगे. इसके बाद देर रात में बवाल शुरू हो गया. ‘पास’ के सदस्यों ने सूरत में कांग्रेस कार्यालयों पर हमला किया. उन्होंने आरोप लगाया कि आंदोलन के दो नेताओं को उनकी सहमति के बिना सूची में शामिल किया गया. उन्होंने कहा कि जब समझौता हुआ तब कोई मौजूद नहीं था. इधर, अहमदाबाद में कांग्रेस मुख्यालय में भी इसी तरह की स्थिति बनी जिसे रोकने के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी बुलाए गए.

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पाटीदार अनामत आंदोलन समिति की कोर कमेटी के सदस्य दिनेश बम्भानिया ने कहा, "कांग्रेस ने हमारी अनुमति के बिना नामों की घोषणा की. हम कांग्रेस के खिलाफ राज्यव्यापी आंदोलन शुरू करेंगे."

कांग्रेस ने हार्दिक पटेल के दो सहयोगी ललित वसोया और नीलेश पटेल को सूची में शामिल करते हुए घोषणा की थी कि दोनों पक्ष आरक्षण फॉर्मूले पर सहमत हैं. कांग्रेस का समर्थन कर रही ‘पास’ की ओर से औपचारिक घोषणा हार्दिक पटेल द्वारा सोमवार को राजकोट में की जाएगी. 24 वर्षीय पाटीदार नेता हार्दिक पटेल इस बैठक में शामिल नहीं हुए.

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इससे पहले कांग्रेस और ‘पास’के बीच आरक्षण के मुद्दे पर हुई अहम बैठक के बाद ‘पास’ के संयोजक दिनेश बम्भानिया ने बताया था कि ‘‘पहले हमने कांग्रेस से स्पष्ट करने को कहा था कि वह पाटीदारों को संवैधानिक तौर पर मान्य आरक्षण कैसे देगी. रविवार को हमने इस मुद्दे पर एक अहम बैठक की और आखिरकार पार्टी की ओर से हमें पेशकश किए गए विभिन्न विकल्पों पर आम राय पर पहुंच गए. इस समझौते की आधिकारिक घोषणा राजकोट में हार्दिक द्वारा सोमवार को की जाएगी.’’

VIDEO : कांग्रेस-पाटीदारों के बीच बात बन गई


बैठक के बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा था कि ‘‘मैं कह सकता हूं कि आरक्षण देने के कांग्रेस के फॉर्मूले पर हम पार्टी के साथ हैं. हमने ‘पास’ को टिकट देने के बारे में कोई चर्चा नहीं की है. हार्दिक ऐलान करेंगे कि ‘पास’ चुनावों में कांग्रेस का समर्थन करेगी या नहीं.’’
(इनपुट एजेंसियों से भी)


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