गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी की फाइल फोटो.
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने भी बुधवार को स्वीकार कर लिया कि दो विभागों में जबर्दस्त भ्रष्टाचार है. राजस्व विभाग राज्य में भ्रष्टाचार में शीर्ष पर है और दूसरे नंबर पर पुलिस विभाग है. उन्होंने यह भी कहा कि इस बुराई से निपटना एक बड़ी चुनौती है. मुख्यमंत्री ने भू-मालिकों को 1000 गैर कृषि प्रमाणपत्र के ऑनलाइन वितरण के लिए यहां आयोजित एक जनसभा में कहा, ‘‘राजस्व विभाग राज्य में सबसे अधिक भ्रष्ट विभाग होने के लिए कुख्यात है जबकि पुलिस विभाग दूसरे नंबर पर आता है. इससे निपटने का तरीका ढूंढना वाकई एक चुनौती है.''
उन्होंने कहा कि ‘शक्ति भ्रष्ट बनाती है और पूर्ण शक्ति पूर्ण रुपेण भ्रष्ट बनाती है.'लेकिन उनकी सरकार एक ऐसी प्रणाली लागू कर भ्रष्टाचार का सफाया करने का प्रयास कर रही है जहां लोग अनुमति और प्रमाणपत्र ऑनलाइन हासिल कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि इस साल नवंबर से राज्य के राजस्व विभाग ने एक ऐसी प्रणाली लागू की, जहां भू-मालिक अपने कृषि जमीन को गैर कृषि जमीन में तब्दील करवाने के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. भाजपा नेता ने कहा, ‘‘ऐसे दिन थे जब सरकारी कर्मचारी थोड़ा नैतिक आधार पर और थोड़ा डर के मारे रिश्वत लेने से कन्नी काटते थे लेकिन आज स्थिति पूरे 360 डिग्री बदल गयी है. सरकारी कर्मचारी बिना किसी हिचकिचाहट के रिश्वत मांगते हैं और दावा करते हैं कि उन्हें अपना परिवार चलाना है.''
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