Apple For Diabetics: डायबिटीज में कौन सा सेब खाएं हरा या लाल? जानें सेब खाने से ब्लड शुगर पर क्या पड़ता है असर

Apples For Diabetes: फलों को सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है, लेकिन क्या डायबिटीज में फलों को भी परखकर खाने की जरूरत है. डायबिटीज को कंट्रोल (Control Diabetes) करने के लिए डाइट पर ध्यान देना काफी जरूरी माना जाता है. क्योंकि हम जो भी खाते हैं उसका सीधा असर हमारे ब्लड शुगर लेवल (BLood Sugar Level) पर होता है.

Apple For Diabetics: डायबिटीज में कौन सा सेब खाएं हरा या लाल? जानें सेब खाने से ब्लड शुगर पर क्या पड़ता है असर

Apple For Diabetes: हरे सेब में फाइबर की मात्रा लाल सेब की तुलना में ज्यादा होती है

खास बातें

  • जानें डायबिटीज में कौन सा सेब खाने से होगा फायदा.
  • डायबिटीज में फलों का सेवन करते समय इन बातों का रखें ध्यान.
  • हमारी डाइट का सीधा संबंध ब्लड शुगर लेवल से होता है.

Which Apple Is Good For Diabetes: फलों को सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है, लेकिन क्या डायबिटीज में फलों को भी परखकर खाने की जरूरत है. डायबिटीज को कंट्रोल (Control Diabetes) करने के लिए डाइट पर ध्यान देना काफी जरूरी माना जाता है. क्योंकि हम जो भी खाते हैं उसका सीधा असर हमारे ब्लड शुगर लेवल (BLood Sugar Level) पर होता है. ऐसे डायबिटीज रोगियों (Diabetics) के लिए सबसे बड़ी चुनौती यह है कि वह अपनी डाइट (Diet) में ऐसी चीजों को शामिल करें जो ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल (Control Blood Sugar Level) करने में मदद करें. कुछ लोगों का सवाल होता है कि डायबिटीज में क्या खाएं (What To Eat In Diabetes), क्या डायबिटीज में सेब खा सकते हैं? डायबिटीज में हरा सेब और लाल सेब (Green Or Red Apple) को लेकर लोगों के मन में असंमजस की स्थिति बनी रहती है कि डायबिटीज में कौन सा सेब ज्यादा फायदेमंद होता है. डायबिटीज में ऐसी चीजों को खाने की सलाह दी जाती है जिनमें नेचुरल और शुगर की मात्रा कम हो. ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने के उपाय (Ways To Control Blood Sugar Level) तो आप भी आजमाते होंगे लेकिन क्या हरा सेब और लाल सेब को लेकर आपको जानकारी है? अगर नहीं तो यहां जानिए कि ब्लड शुगर लेवल को मैनेज (Manage Blood Sugar Level) करने के लिए डायबिटीज में हरा सेब ज्यादा फायदेमंद है या लाल सेब

डायबिटीज में हरा सेब ज्यादा फायदेमंद या लाल सेब | Green Or Red Which Apple Is Beneficial For Diabetes

वैसे तो डायबिटीज के रोगी हरा और लाल दोनों ही तरह के सेब का सेवन कर सकते हैं, लेकिन हरे रंग के सेब में थोड़े अधिक पोषक तत्व होते हैं. यही वजह है कि ग्रीन ऐप्पल या हरे सेब को अधिक पौष्टिक माना जाता है. एक्सपर्ट्स के अनुसार, हरे रंग के सेब में नेचुरल शुगर की मात्रा लाल सेब के मुकाबले कम होती है. इसमें, फाइबर की मात्रा लाल सेब की तुलना में अधिक होती है. इसीलिए इसके सेवन से शुगर लेवल बहुत तेज़ी से नहीं बढ़ता. डायबिटीज के रोगियों को ज्यादातर हरा सेब खाने की सलाह दी जाती है.

v3agt47gApple For Diabetics: डायबिटीज में ज्यादातर हरे सेब खाने की सलाह दी जाती है!

हरा सेब खाने से ब्लड शुगर लेवल पर क्या होता है असर?

डायबिटिक लोगों के लिए लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फल सबसे अच्छे होते हैं. यानी वो फल जिनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम हो. हरे सेब एक लो जीआई फूड हैं, जिससे डायबिटीज में ब्लड शुगर लेवल को मैनेज करने में मदद मिल सकती है. क्योंकि यह आपके ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखता है. यही नहीं विटामिन सी और एंटी-ऑक्सिडेंट्स, जो नेचुरल फ्रूट्स और सब्ज़ियों से प्राप्त होते हैं. माना जाता है कि उनकी मात्रा भी हरे सेब में अधिक होती है. इसके अलावा

हरे सेब के खाने के ई और फायदे भी हैं जैसे इनमें बहुत से फाइबर होते हैं जो हमारे पाचन तंत्र को साफ करने और मेटाबोलिज्म को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं. इसमें बहुत से मिनरल्स जैसे आयरन, जिंक, कॉपर, मैंगनीज़, पोटैशियम पाए जाते हैं. सेब में आयरन तत्व पाया जाता है जो रक्त की ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ाने में और मेटाबोलिक दर को बढाने में मदद कर सकता है.

डायबिटीज में फल खाते समय इन बातों का रखें ध्यान

- कौन सा फल खाना है, कौन सा नहीं, इसे समझने के लिए आपको खाए जा रहे फलों के ग्लाइसेमिक इंडेक्स पर नजर बनाए रखें. 

- फलों को उसके नेचुरल रूप में यानी कच्चा खाना ही सबसे बेहतर तरीका होता है, पैक किए हुए फलों या उसका जूस पीने के मुकाबले नेचुरल फल खाना ज्यादा फायदेमंद हो सकता है.

- पैके किया हुआ या स्टोर से खरीदे गये स्मूदी में प्रेजर्वेटिव या स्वीटनर मिले होते हैं, जो आपके ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाने की वजह बन सकता है.

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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.