Dr Virginia Apgar: गूगल ने बनाया डूडल, डॉ. वर्जीनिया अपगर ने 'Apgar Score' से बदली नवजात शिशुओं की लाइफ

Dr Virginia Apgar (डॉ वर्जीनिया अपगर) के 109वें जन्मदिन का जश्न गूगल डूडल बनाकर कर रहा है. गूगल ने Dr Virginia Apgar's 109th Birthday शीर्षक से डूडल बनाया है.

Dr Virginia Apgar: गूगल ने बनाया डूडल, डॉ. वर्जीनिया अपगर  ने 'Apgar Score' से बदली नवजात शिशुओं की लाइफ

Dr. Virginia Apgar Google Doodle: डूडल बनाकर डॉ वर्जीनिया अपगार को किया याद

खास बातें

  • गूगल ने बनाया डूडल
  • 'अपगर स्कोर' का किया आविष्कार
  • एनेस्थीशिया के क्षेत्र में बनाई पहचान
नई दिल्ली:

Dr Virginia Apgar के 109वें जन्मदिन का जश्न गूगल डूडल बनाकर कर रहा है. गूगल ने  Dr Virginia Apgar's 109th Birthday शीर्षक से डूडल बनाया है. डॉ. वर्जीनिया अपगर अमेरिकी एनेस्थेटिस्ट थीं. डॉ. वर्जीनिया अपगर एनेस्थिशियोलॉजी और टेराटोलॉडी की फील्ड में दुनियाभर में खास पहचान रखती हैं. हालांकि डॉ. वर्जीनिया अपगर का ख्वाब सर्जन बनने का था लेकिन उन्हें डॉय. एलन व्हीपल ने सर्जन न बनने की सलाह दी और कहा कि उन्हें एनेस्थिशियोलॉजी के क्षेत्र में जाना चाहिए और इस तरह उनके करियर की पूरी दिशा ही बदल गई. वर्जीनिया को वायलिन बजाने का भी शौक था, और वे कई मौकों पर परफॉर्म भी करती थीं. वर्जीनिया ने 'Apgar Score' का आविष्कार किया था.

Labour Day Google Doodle: May Day पर गूगल ने बनाया डूडल, जब दिलीप कुमार बोले, ‘इक बाग नहीं, इक खेत नहीं, हम सारी दुनिया मांगेंगे’

डॉ. वर्जीनिया अपगर का जन्म अमेरिका के न्यूजर्सी में 1909 में हुआ था. उनका पूरे परिवार को ही म्यूजिक का शौक था लेकिन वे तो डॉक्टर बनना चाहती थीं. वर्जीनिया ने जूलॉजी, केमिस्ट्री और फिजियोलॉजी की शिक्षा ली और उसके बाद वे कोलंबिया यूनिवर्सिटी कॉलज ऑफ फिजिशियंस एंड सर्जन्स में गईं. लेकिन कोलंबिया-प्रिसबायटेरियन मेडिकल सेंटर के डॉ. एलन व्हीपल ने उन्होंने सर्जरी करने के लिए हतोत्साहित किया और एनेस्थिशियोलॉजी को करने के लिए प्रोत्साहित किया. इस तरह वर्जीनिया की जिंदगी दिशा और दशा ही बदल गई.

वर्जीनिया नियोनैटोलॉजी की फील्ड में जो योगदान दिया वह अभूतपूर्व है. वर्जीनिया को 'अपगर स्कोर (Apgar Score)' के आविष्कारक के तौर पर भी दुनिया भर में पहचाना जाता है. 'अपगर स्कोर' के जरिये नवजात बच्चों की सेहत के बारे में उनके जन्म के तुरंत बाद पता लगाया जा सकता है. इसके जरिये पता लगाया जाता है कि प्रसूती के दौरान दिए गए एनेस्थिशिया का बच्चे पर क्या असर पड़ा है. 



हालांकि सिनेमा में भी कई डॉक्टर ऐसे नजर आए हैं जिन्होंने हमेशा समाज के लिए कुछ करने की कोशिश की है. इसमें एक नाम रॉबिन विलियम्स की फिल्म 'पैच एडम्स (1998)' का आता है, जिसमें वे हंसी मजाक के जरिये अपने मरीजों का इलाज करते हैं. 1991 की 'द डॉक्टर' भी कमाल की फिल्म है, जिसमें एक डॉक्टर अपने मरीजों के उस समय और भी करीब आ जाता है जब उसे पता चलता है कि वह कैंसर से पीड़ित है. 

 ...और भी हैं बॉलीवुड से जुड़ी ढेरों ख़बरें...


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com