असम विधानसभा चुनाव : 4 मंत्री और डिप्टी स्पीकर मैदान में, जानें- दूसरे चरण के मतदान से जुड़ी बड़ी बातें

इस चरण में चार मौजूदा मंत्री और डिप्टी स्पीकर सहित 345 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. करीब 10 हजार से ज्यादा मतदान केंद्रों पर 73.4 लाख मतदाता उनके भाग्य का फैसला करेंगे.

असम विधानसभा चुनाव : 4 मंत्री और डिप्टी स्पीकर मैदान में, जानें- दूसरे चरण के मतदान से जुड़ी बड़ी बातें

भारी सुरक्षा के बीच सुबह सात बजे से लेकर शाम बजे तक वोट डाले जाएंगे.

नई दिल्ली: असम विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में आज 39 सीटों के लिए मतदान हो रहा है. इस चरण में चार मौजूदा मंत्री और डिप्टी स्पीकर सहित 345 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. करीब 10 हजार से ज्यादा मतदान केंद्रों पर 73.4 लाख मतदाता उनके भाग्य का फैसला करेंगे. भाजपा इस चरण की 34 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि कांग्रेस ने 28 सीटों पर अपने उम्मीदावर उतारे हैं, कांग्रेस ने बाकि सीटें अपने गठबंधन के साथियों के लिए छोड़ दी हैं. पहले चरण में असम में 79 फीसदी मतदान हुआ था.

मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :

  1. भारी सुरक्षा के बीच सुबह सात बजे से लेकर शाम बजे तक वोट डाले जाएंगे. सुरक्षाबलों की 310 कंपनियों को तैनात किया गया है.

  2. अधिकारियों ने बताया कि कोरोनावायरस के दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन किया जाएगा. सेनिटाइजर, थर्मल स्कैनर, साबुन और हाथ धोने की सुविधा मतदान केंद्र पर होगी. करीब 42,300 मतदानकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है.

  3. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, होजई विधानसभा सीट पर सबसे ज्यादा 2,65,886 मतदाता हैं, और एसटी के लिए आरक्षित हावराघाट सीट पर सबसे कम 1,32,339 मतदाता हैं. 

  4. भाजपा के सहयोगी दल असम गण परिषद (एजीपी) छह और यूनाटेड पिपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) तीन सीटों पर चुनाव लड़ रही है. महागठबंधन में शामिल एआईयूडीएफ सात और बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) चार सीटों पर चुनाव लड़ रही है. हालही में बनाई गई असम जातीय परिषद (एजेपी) पार्टी ने 19 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं.

  5. साल 2016 में इन 39 सीटों में से भाजपा ने अकेले 22 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि असम गण परिषद ने दो सीटें अपने खाते में की थीं. भाजपा की पूर्व साथी बोडोलैंड पिपुल्स फ्रंट ने चार सीटें जीती थीं. इस बार बोडोलैंड पिपुल्स फ्रंट कांग्रेस नेतृत्व वाले महागठबंधन में शामिल में हो गई है. मुख्य विपक्षी दल ने पिछली बार केवल छह और जबकि एआईयूडीएफ ने पांच सीटें जीती थी.

  6. इस बार 25 सीटों पर एनडीए और महागठबंधन के बीच सीधी टक्कर है, वहीं बाकि सीटों पर त्रिकोणीय टक्कर देखने को मिल रही है. 

  7. आज जो मंत्री मैदान में हैं, उनमें परिमल सुकलाबैद्य, पीयूष हजारिका और भाबेश कालिता हैं. वहीं, एक अन्य सम रौंगंग भाजपा के ही  उम्मीदवार विद्या सिंह इंगलैंग को टक्कर दे रहे हैं. रौंगंग को इस बार पार्टी ने टिकट नहीं दिया था, जिसके बाद उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन कर ली थी. 

  8. भाजपा के उम्मीदवार और डिप्टी स्पीकर अमीनुल हक लस्कर की सोनाई विधानसभा सीट पर एआईयूडीएफ के करीम उद्दीन बारभुईयां के साथ सीधी टक्कर है.

  9. सभी की निगाहें अत्यधिक ध्रुवीकृत बराक घाटी क्षेत्र पर हैं. इस बंगाली बहुल क्षेत्र में करीब 15 से ज्यादा सीटों पर टक्कर देखने को मिलेगी. इस क्षेत्र में हिंदू और मुस्लिम आबादी लगभग बराबर है, इसलिए बदरुद्दीन अजमल की AIUDF के साथ कांग्रेस का हाथ मिलाना एक प्रमुख कारक है. बराक घाटी भी एक ऐसा क्षेत्र है, जहां सीएए के खिलाफ विरोध को नहीं देखा गया. 

  10. अल्गापुर निर्वाचन क्षेत्र में सबसे अधिक 19 उम्मीदवार हैं, जबकि उदलगुरी (एसटी) में केवल दो हैं.