बुधवार को दिल्ली के प्रदूषण में आठ प्रतिशत प्रदूषण के लिए पराली जलाये जाने की घटनाएं जिम्मेदार रहीं
नई दिल्ली: Delhi Pollution: दिल्ली में दीवाली (Diwali) के दिन की शुरुआत ‘बहुत खराब' वायु गुणवत्ता के साथ हुई, जिसके और खराब होने की आशंका है, भले ही आतिशबाजी हो या नहीं. यह जानकारी प्राधिकारियों ने दी. वायु गुणवत्ता पर नजर रखने वाली सरकारी एजेंसी के अनुसार दोपहर 2:21 बजे राजधानी का एयर क्वालिटी इंडेक्स ((AQI) 339 था. सुबह की तुलना में दिल्ली की आबोहवा में कुछ सुधार दर्ज किया गया लेकिन दीवाली के मौके पर आतिशबाजी की वजह से इसके और ज्यादा खराब होने की उम्मीद है. दिल्ली में पटाखों पर पूरी तरह से पाबंदी है लेकिन कुछ लोग कानून को धता बताकर भी पटाखे चलाते हैं. NDTV ने अपनी जांच में भी इस बात का खुलासा किया था कि तमाम प्रतिबंधों के बावजूद कैसे राजधानी में पटाखे बेचे जा रहे हैं.
मंगलवार को 24 घंटे का औसत एक्यूआई 303 और सोमवार को 281 था. शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को ''अच्छा'', 51 और 100 के बीच ''संतोषजनक'', 101 और 200 के बीच ''मध्यम'', 201 और 300 के बीच ''खराब'', 301 और 400 के बीच ''बहुत खराब'', तथा 401 और 500 के बीच को ''गंभीर'' माना जाता है.
वहीं भारतीय मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि मॉडल पूर्वानुमान से यह संकेत नहीं मिलता कि अधिक उत्सर्जन होने के बावजूद भी एक्यूआई 'गंभीर' श्रेणी में पहुंचेगा. ‘सफर' ने कहा कि बुधवार को दिल्ली के पीएम 2.5 प्रदूषण में आठ प्रतिशत प्रदूषण के लिए पराली जलाये जाने की 3,271 घटनाएं जिम्मेदार रहीं.
उसने कहा कि गुरुवार (दीवाली) को इसके बढ़कर 20 प्रतिशत और शुक्रवार और शनिवार को 35 से 40 प्रतिशत तक बढ़ने की संभावना है, क्योंकि हवा की दिशा उत्तर-पश्चिम में बदल रही है. उत्तर-पश्चिमी हवाएं पंजाब और हरियाणा में पराली जलने से निकलने वाले धुएं को राष्ट्रीय राजधानी की ओर ले आती हैं. (इनपुट भाषा से...)