पुणे नगर निगम का नया नियम : अब कोविड से घर पर मौत हुई तो परिजनों को खुद संभालना होगा शव

पुणे नगर निगम ने अपने नए नियम में कहा है कि कोविड मरीजों के संबंधियों को ही मरीज की घर पर मौत होने की स्थिति में बॉडी को प्रशासन को सौंपने तक की पूरी प्रक्रिया खुद पूरी करनी होगी. 

पुणे नगर निगम का नया नियम : अब कोविड से घर पर मौत हुई तो परिजनों को खुद संभालना होगा शव

पुणे नगर निगम ने कोविड मरीजों की घर पर मौत होने की स्थिति में नया नियम बनाया है. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

मुंबई:

पुणे में कोविड से अपने घर पर जान गंवाने वाले लोगों के संबंधियों को अब मरीज के शव को खुद संभालना होगा. पुणे नगर निगम ने नया नियम निकाला है, जिसके तहत कोविड मरीजों के संबंधियों को ही मरीज की घर पर मौत होने की स्थिति में बॉडी को प्रशासन को सौंपने तक की पूरी प्रक्रिया खुद पूरी करनी होगी. 

नगर निगम ने घर पर कोविड मरीज की मौत होने की स्थिति में घरवालों को ही बॉडी को हैंडल करने को कहा है. इसके लिए वार्ड अधिकारियों की ओर से संबंधियों को बॉडी बैग और चार PPE किट दी जाएंगी. संबंधियों को किट पहनकर शव को बॉडी बैग में डालना होगा और फिर शव ढोने वाली गाड़ी में डालना होगा.

इस वैन को बुलाने के लिए तीन नंबर जारी किए गए हैं- 02024503211, 02024503212 और 9689939628. इन नंबरों पर कॉल करके वैन बुलाई जा सकती है.

यह भी पढे़ं : उत्तराखंड में सख्ती, कोविड निगेटिव रिपोर्ट के बिना नहीं मिल रही एंट्री, होटलों की 40% बुकिंग रद्द

कागजी कार्रवाई भी

इसके अलावा कुछ कागजी कार्रवाई भी होगी. घरवालों को 4A सर्टिफिकेट और Form 2 भरना होगा. इसके अलावा उन्हें अपने आधार कार्ड सहित मृतक परिजन का आधार कार्ड भी देना होगा. वो यह सबकुछ पीएमसी के 115.124.100.249:8093 लिंक पर शेयर कर सकेंगे. उन्हें 4A सर्टिफिकेट वॉर्ड मेडिकल ऑफिसर या फिर फैमिली डॉक्टर से मिल जाएगा.

बता दें कि यह बदलाव तब हुआ है, जब पुणे में बुधवार को कोविड के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं. महाराष्ट्र में पुणे ही ऐसा जिला है, जहां सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. महाराष्ट्र के कुल संक्रमण के मामलों में से 21 फीसदी केस यहीं से हैं. वहीं पूरे देश में जितना प्रतिशत है, उसका 11.82 फीसदी केस पुणे से हैं.

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

गुरुवार को पुणे में 8,553 संक्रमण के नए मामले सामने आए और 31 मौतें हुई है. बता दें कि इसके पहले किसी भी शहर में बस एक बार 11 नवंबर, 2020 को दिल्ली में इससे ज्यादा केस- 8,593 केस सामने आए थे. जिले में मंगलवार को 6,282 केस सामने आए थे और 45 मरीजों की मौत हुई थी.