Coronavirus को लेकर भारत में चीन से लौटने वाले 11 लोगों को रखा गया निगरानी में

भारत के चार शहरों में 11 लोगों को चीन से लौटने के बाद निगरानी में रखा गया है, जिनमें नए कोरोनावायरस के हल्के लक्षण मिले हैं. यह कोरोनावायरस की वजह से अब तक चीन में कुल 41 लोगों की जान जा चुकी है.

Coronavirus को लेकर भारत में चीन से लौटने वाले 11 लोगों को रखा गया निगरानी में

Coronavirus: 11 लोगों को चीन से लौटने के बाद निगरानी में रखा गया

खास बातें

  • भारत के चार शहरों में 11 लोगों को चीन से लौटने के बाद निगरानी में रखा गया
  • अब तक चीन में कुल 41 लोगों की जान जा चुकी है
  • एशियन देशों के अलावा यूएस और यूरोप में भी
तिरुअनंतपुरम:

भारत के चार शहरों में 11 लोगों को चीन से लौटने के बाद निगरानी में रखा गया है, जिनमें नए कोरोनावायरस के हल्के लक्षण मिले हैं. यह कोरोनावायरस की वजह से अब तक चीन में कुल 41 लोगों की जान जा चुकी है. एशियन देशों के अलावा यूएस और यूरोप में भी यह फैल गया है. अभी तक करीब 1300 लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं. भारत के केरल राज्य में सात, मुंबई में दो, बेंगलुरु और हैदराबाद में एक-एक संदिग्ध व्यक्ति को निगरानी में रखा गया है. कोरोनोवायरस पर बातचीत करते हुए केरल के ऑफिसर इंचार्ज डॉ. अमर फेटल ने कहा, "चीन से लौटे सात लोगों को (केरल में), जिनमें मामूली तौर पर लक्षण मिले हैं; मुख्य रूप से एहतियात के तौर पर शुक्रवार को आइसोलेशन वार्ड में निगरानी के लिए रखा गया है.''

चीन और हांगकांग से भारत लौटने वाले करीब 20,000 से ज्यादा यात्रियों की एयरपोर्ट पर थर्मल स्क्रीनिंग की गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 11 लोगों को निगरानी में रखा गया है. 2 मुंबई के एक अस्पताल में हैं और एक-एक हैदराबाद और बेंगलुरु में टेस्ट के दौरान निगेटिव पाए गए. 

एक अधिकारी ने कहा कि केरल में कुल 80 लोगों को निगरानी में रखा गया था, जिनमें से 73 को कोई लक्षण नहीं दिखा. उनमें से सात में बुखार और खांसी के हल्के लक्षण दिखाई दिए. हालांकि इन सातों में से एक में भी कोई लक्षण नहीं दिखा, लेकिन बड़े पैमाने पर बहुत चिंतित थे, इसलिए हमने यात्री को एडमिट कर लिया और परामर्श दे रहे हैं.

केरल के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि निगरानी में रखे गए दो लोगों के नमूने परीक्षण के लिए भेजे गए हैं. दिल्ली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) ने एक आइसोलेशन वार्ड स्थापित किया है और सांस से जुड़ी तकलीफ वाले किसी भी संदिग्ध मामले में उपचार प्रदान करने के लिए बेड तैयार रखा है.

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डॉ. फेटल ने कहा, "हवाई अड्डों पर, अगर चीन से लौटने वाले यात्रियों में कोई लक्षण नहीं दिखते हैं, तो उनका नाम लिया जाता है और जिला चिकित्सा अधिकारियों को भेज दिया जाता है. उन्हें कुछ हफ्तों के लिए अपने घरों में खुद को इस मामले में निगरानी रखने की सलाह दी जाती है और उनपर स्वास्थ्य अपडेट के लिए नज़र रखी जा रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के अधिकारी के अनुसार, देश में अभी तक इस मामले में कोई भी पॉजिटिव केस नहीं मिला है.