यह ख़बर 07 जून, 2014 को प्रकाशित हुई थी

रांची में एनआईए को मिले 18 बम, निष्क्रिय किए गए

नई दिल्ली:

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शनिवार को एक व्यक्ति की निशानदेही पर रांची में 18 बम बरामद किए। इस व्यक्ति को पटना में पिछले साल हुई नरेंद्र मोदी की रैली के दौरान कई बम धमाकों के सिलसिले में हिरासत में लिया गया है।

आधिकारिक सू़त्रों ने बताया कि हैदर अली उर्फ 'ब्लैक ब्यूटी' समेत रांची मॉड्यूल में चार व्यक्तियों से विस्तृत पूछताछ के बाद एनआईए ने इस माड्यूल के कुछ और सदस्यों की पहचान की। ये चारों सिमी और इंडियन मुजाहिदीन जैसे प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों से संबद्ध हैं।

एनआईए ने दावा किया कि 20 मई को हुई इन चारों की गिरफ्तारी से रांची मॉड्यूल द्वारा पिछले साल अक्तूबर में नरेंद्र मोदी को निशाना बनाने की साजिश का पर्दाफाश हुआ। मोदी ने अक्तूबर में पटना में राजनीतिक रैली को संबोधित किया था।

उनसे (चारों से) प्राप्त सुराग के आधार पर एनआईए ने कल रात दो व्यक्तियों- इफ्तिकार और फिरोज असलम को हिरासत में लिया तथा उनकी निशानदेही पर एनआईए ने झारखंड में सिथियो गांव के समीप से 18 बम तथा हिंदपीढ़ी से डिटोनेटर एवं विस्फोटक बरामद किए।

सू़त्रों ने बताया कि कल रात जो बम मिले, वे मोदी की अक्तूबर रैली में रांची मॉड्यूल द्वारा इस्तेमाल किए बम जैसे ही हैं। एनआईए ने दावा किया था कि गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों ने पूछताछ के दौरान जांचकर्ताओं को बताया था कि वे मोदी को निशाना बनाना चाहते थे और उन्होंने अकबरपुर, कानपुर, वाराणसी, दिल्ली और पटना में उसके लिए अभ्यास भी किया था।

एनआईए अधिकारियों ने बताया कि लेकिन, मोदी की कड़ी सुरक्षा के कारण इन व्यक्तियों के लिए बम लगाना मुश्किल हो रहा था और ऐसे में उन्होंने जो बम लगाए वे दूरी पर थे, लेकिन उनमें एक बम मंच से महज 100 मीटर दूर था।

एनआईए ने अली के अलावा मोजीबुल्लाह, नुमान अंसारी और एक किशोर को गिरफ्तार किया। (किशोर की पहचान का खुलासा नहीं किया गया।) अली को छोड़कर एनआईएस ने अन्य तीनों के नाम पर पांच लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा। इन्हीं तीनों ने 27 अक्तूबर को मोदी की रैली के दौरान बम लगाए थे।

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इन बम धमाकों में कम से कम सात लोग मारे गए थे और कई अन्य घायल हो गए थे। ये बम धमाके रेलवे प्लेटफार्म और मोदी की रैली में हुए थे।