कारगिल विजय के 18 साल : शहीदों को आज दी जाएगी श्रद्धांजलि

26 जुलाई 1999 को भारतीय सेना ने कारगिल में फहराया था तिरंगा

कारगिल विजय के 18 साल : शहीदों को आज दी जाएगी श्रद्धांजलि

साल 1999 में हुए कारगिल युद्ध के शहीदों को बुधवार को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी.

खास बातें

  • युद्ध में 527 जवान शहीद हुए तो करीब 1363 घायल हुए
  • पाकिस्तान के करीब तीन हजार जवान मारे गए थे
  • कारगिल युद्ध भारतीय सेना के साहस का उदाहरण
नई दिल्ली:

कारगिल जंग के 18 साल हो गए. 26 जुलाई 1999 को ही भारतीय सेना ने कारगिल में तिरंगा फहराया था तब से हर साल इस दिन को कारगिल विजय दिवस के तौर पर मनाया जाता है. इस मौके पर दिल्ली में इंडिया गेट में रक्षा मंत्री अरुण जेटली की अगुवाई में सेना के तीनों अंगो के प्रमुख करगिल जंग में शहीद हुए बहादुर जवानों को अपनी श्रद्धाजलि देंगे. कारगिल के द्रास में सेना के उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल  देवराज अनबू के साथ शहीद हुए जवानों के परिवार वालों करगिल के रण बांकुरों को अपना श्रद्धा सुमन अर्पित करेंगे .  

VIDEO : कारगिल के सूरमा

 

साल 1999 में करगिल की पहाड़ियों पर पाकिस्तानी घुसपैठियों ने कब्जा जमा लिया था. जब सेना को पता चला तो सेना ने उनके खिलाफ ऑपरेशन विजय चलाया. आठ मई को शुरू हुआ यह ऑपरेशन 26 जुलाई को खत्म हुआ. इस कार्रवाई में सेना के 527 जवान शहीद हुए तो करीब 1363 घायल हुए. वैसे इस लड़ाई में पाकिस्तान मानता है कि उसके करीब 357 सैनिक मारे गए थे लेकिन वास्तव में इस युद्ध में पाकिस्तान के करीब तीन हजार जवान मारे गए थे.

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बाद में 11 मई से भारतीय वायुसेना भी इस जंग में  शामिल हो गई थी लेकिन उसने कभी एलओसी पार नहीं की. वायुसेना क लड़ाकू विमान मिराज, मिग-21, मिग 27 और हेलीकॉप्टर ने पाकिस्तानी घुसपैठियों की कमर तोड़ दी. करीब 16 हजार से 18 हजार फीट की ऊंचाई पर यह लड़ाई लड़ी गई.  करीब दो महीने तक चला कारगिल युद्ध भारतीय सेना के साहस और ताकत का ऐसा उदाहरण है जिस पर हर हिन्दुस्तानी को गर्व है.


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