उत्तर भारत में बारिश का कहर: हिमाचल, पंजाब और उत्तराखंड में 28 लोगों की मौत, दिल्ली में बाढ़ का खतरा, 10 बड़ी बातें

उत्तर भारत के कई इलाके भारी बारिश की चपेट में हैं. रविवार को बारिश की वजह से हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब में कम से कम 28 लोगों के मरने जबकि 22 अन्य के लापता होने की खबर है.

उत्तर भारत में बारिश का कहर: हिमाचल, पंजाब और उत्तराखंड में 28 लोगों की मौत, दिल्ली में बाढ़ का खतरा, 10 बड़ी बातें

उत्तर भारत के तमाम राज्यों में भारी बारिश का कहर जारी है.

नई दिल्ली : उत्तर भारत के कई इलाके भारी बारिश की चपेट में हैं. रविवार को बारिश की वजह से हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब में कम से कम 28 लोगों के मरने जबकि 22 अन्य के लापता होने की खबर है. हिमाचल प्रदेश में रविवार को अकेले बारिश संबंधी घटनाओं में कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई और नौ अन्य लोग घायल हो गए. यह जानकारी अधिकारियों ने दी. अधिकारियों ने बताया कि 9 लोगों की मौत शिमला में जबकि सोलन में 5 लोगों की मौत हो चुकी है. इसके अलावा कुल्लू, सिरमौर, और चंबा में 2-2 व्यक्तियों की और उना तथा लाहौल-स्पीति जिलों में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई है. दूसरी तरफ, यमुना एवं उसकी अन्य सहायक नदियों में जलस्तर बढ़ने के कारण दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में बाढ़ की चेतावनी जारी की गयी है. दिल्ली में बाढ़ का खतरा मंडराने के बाद सरकार ने रविवार को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के लिए बाढ़ की चेतावनी जारी की है. इसके साथ-साथ निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को वहां से सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए कहा गया है. 

मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :

  1. रविवार को बारिश की वजह से हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब में कम से कम 28 लोगों के मरने जबकि 22 अन्य के लापता होने की खबर है. हिमाचल प्रदेश में रविवार को अकेले बारिश संबंधी घटनाओं में कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई और नौ अन्य लोग घायल हो गए.

  2. अधिकारियों ने बताया कि 9 लोगों की मौत शिमला में जबकि सोलन में 5 लोगों की मौत हो चुकी है. इसके अलावा कुल्लू, सिरमौर, और चंबा में 2-2 व्यक्तियों की और उना तथा लाहौल-स्पीति जिलों में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई है.

  3. यमुना एवं उसकी अन्य सहायक नदियों में जलस्तर बढ़ने के कारण दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में बाढ़ की चेतावनी जारी की गयी है. आपको बता दें कि यमुना नदी में हथिनी कुंड बैराज से 8.14 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है.

  4. हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद हरियाणा सरकार ने किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सेना से तैयार रहने का अनुरोध किया है. दूसरी तरफ, हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद दिल्ली में भी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है.

  5. दिल्ली सरकार ने रविवार को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के लिए बाढ़ की चेतावनी जारी की है. इसके साथ-साथ निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को वहां से सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए कहा गया है. क्योंकि यमुना का जलस्तर सोमवार को खतरे के निशान को पार कर सकता है. 

  6. अधिकारियों ने बताया कि रविवार की शाम युमना नदी में जलस्तर 203.37 मीटर तक पहुंच गया था. सोमवार तक इसे बढ़कर 207 मीटर तक पहुंचने की आशंका है, क्योंकि हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से शाम 6 बजे आठ लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा गया है.

  7. दिल्ली में सभी उप-विभागीय मजिस्ट्रेटों को सोमवार सुबह 9 बजे तक दिल्ली पुलिस और नागरिक सुरक्षा स्वयं सेवकों की मदद से निचले इलाकों के लोगों को निकालने का निर्देश दिया गया है. दिल्ली सरकार ने कहा कि निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को समायोजित करने के लिए आस-पास के इलाकों में टेंट लगाने की तैयारी की जा रही है. 

  8. पिछले साल जुलाई में यमुना नदी में जलस्तर खतरे के निशान को पार करने के बाद राष्ट्रीय राजधानी में यमुना के पुराने पुल पर यातायात परिचालन कुछ दिनों के लिए बंद कर दिया गया था. पिछले साल यमुना नदी में जलस्तर 205.5 मीटर तक पहुंच गया था. 

  9. दूसरी तरफ, दक्षिण भारत के केरल में बाढ़ की वजह से मरने वालों की संख्या बढ़कर 121 हो गयी है. जबकि कर्नाटक में बारिश संबंधित घटनाओं में रविवार को मरने वालों की संख्या बढ़कर 76 हो गयी. यहां 10 और लोगों के शव मिले जबकि 10 लोग अब भी लापता बताये जा रहे हैं. 

  10. इसी तरह, महाराष्ट्र के पुणे मंडल में बाढ़ की वजह से मरने वालों की संख्या रविवार को बढ़कर 56 हो गयी है. अगस्त के दूसरे सप्ताह में आयी बाढ़ के कारण सांगली और कोल्हापुर प्रशासनिक मंडल के अंतर्गत पड़ने वाले पांच जिले और सोलापुर, पुणे एवं सतारा खंड के अन्य जिले बुरी तरह प्रभावित हुए हैं.