भीमा कोरेगांव मामले में पादरी की गिरफ्तारी के खिलाफ बनाई गई 3 किलोमीटर लंबी ह्यूमन चेन

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा झारखंड में फादर स्टेन स्वामी की गिरफ्तारी के खिलाफ बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने आज बेंगलुरु में एक मानव श्रृंखला बनाई. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि फादर को भीमा कोरेगांव मामले में फंसाया जा रहा है. "

भीमा कोरेगांव मामले में पादरी की गिरफ्तारी के खिलाफ बनाई गई 3 किलोमीटर लंबी ह्यूमन चेन

प्रदर्शनकारियों ने ह्यूमन चेन बनाकर विरोध जाहिर किया.

बेंगलुरू:

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा झारखंड में फादर स्टेन स्वामी की गिरफ्तारी के खिलाफ बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने आज बेंगलुरु में एक मानव श्रृंखला बनाई. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि फादर को भीमा कोरेगांव मामले में फंसाया जा रहा है. " प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि सरकार ने फादर पर झूठा आरोप लगाया है और उन्हें "क्षेत्र में निर्दोष आदिवासियों को न्याय दिलाने की प्रक्रिया को ठप करने के लिए फंसाया जा रहा है." आज की मूक मानव श्रृंखला शहर के ब्रिगेड रोड से शांतिनगर बस डिपो तक बनाई गई जो कि तीन किलोमीटर लंबी थी.

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फादर स्टेन स्वामी, 83, एक जेसुइट प्रीस्ट हैं, जो 30 से अधिक वर्षों से आदिवासियों के साथ काम कर रहे हैं, उनके भूमि अधिकारों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. बेंगलुरु के मेट्रोपॉलिटन आर्कबिशप डॉ पीटर मचाडो ने NDTV को बताया, "हम सरकार से अनुरोध करते हैं कि वह न केवल कार्रवाई करे बल्कि फादर स्टेन स्वामी को प्रोत्साहित करे क्योंकि वह गरीबों के लिए काम कर रहे हैं. अंतत: गरीब हमारी रीढ़ हैं."

उन्होंने यह भी कहा कि वृद्ध प्रीस्ट संविधान के तहत काम कर रहे थे. शहर के सेंट जोसेफ कॉलेज में सामाजिक कार्य विभाग के लेक्चरर लेथा पॉल ने कहा, "हम इस बात को स्पष्ट करना चाहते हैं कि फादर स्टेन स्वामी को तुरंत रिहा किया जाना चाहिए." आज की घटना का जिक्र करते हुए, पॉल ने कहा कि लगभग 1,000 लोगों ने मानव श्रृंखला बनाई थी. 9 अक्टूबर को रांची में फादर स्टेन स्वामी को NIA के अधिकारियों ने गिरफ्तार किया था. 

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उन्होंने आरोप लगाया कि प्रीस्ट प्रतिबंधित कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया-माओवादी  का सदस्य था और "उसकी गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल था." भीमा कोरेगांव मामला, जिसके लिए उन्हें गिरफ्तार किया गया है, 31 दिसंबर, 2017 को पुणे में एक घटना से संबंधित है, जिसके बाद महाराष्ट्र में हिंसा और आगजनी हुई थी, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी. 

बेंगलुरु में आज के विरोध प्रदर्शन के आयोजकों ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, "यह नोट करना महत्वपूर्ण है कि फादर स्टेन स्वामी ने हमेशा जांच एजेंसियों के साथ सहयोग किया है और हमेशा विस्तृत बयान दिए हैं."

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