जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच 60 घंटे से चल रही है मुठभेड़, 5 जवान शहीद, 2 आतंकी भी मारे गए

भारत-पाकिस्तान में जारी तनाव के बीच जम्‍मू कश्‍मीर के कुपवाड़ा (Kupwara Encounter) जिले में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में 5 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए. दो आतंकी भी मारे गए हैं.

जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच 60 घंटे से चल रही है मुठभेड़, 5 जवान शहीद, 2 आतंकी भी मारे गए

Kupwara encounter: जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकियों से मुठभेड़ में 5 जवान शहीद.

खास बातें

  • पिछले 60 घंटों से चल रही है मुठभेड़
  • दोनों तरफ से जारी है गोलीबारी
  • 5 सुरक्षाकर्मी शहीद, एक नागरिक की भी गई जान
नई दिल्ली:

जम्‍मू कश्‍मीर के कुपवाड़ा (Kupwara Encounter) जिले में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच पिछले 60 घंटों से मुठभेड़ जारी है. आतंकियों के साथ मुठभेड़ में अब तक 5 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए हैं. जबकि 2 आतंकवादी भी मारे गए हैं. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार सीआरपीएफ के 3 जवान और जम्‍मू-कश्‍मीर पुलिस के दो पुलिसकर्मी आतंक विरोधी अभियान के दौरान आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए. सूत्रों के अनुसार एक आतंकी जिसे मरा हुआ मान लिया गया था, ने एक क्षतिग्रस्‍त मकान से निकलकर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. 

अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने कुपवाड़ा जिले के बाबागुंड इलाके में घेराबंदी कर तलाश अभियान शुरू किया था. उन्होंने बताया कि तलाश अभियान के दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की. अधिकारियों ने बताया कि दिन में कई बार बीच-बीच में गोलीबारी बंद हुई लेकिन जैसे ही सुरक्षाकर्मी घर की ओर बढ़े आतंकवादियों ने फिर गोलियां चलानी शुरू कर दीं. इसी घर में आतंकवादी छिपे हुए थे.

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कैसे बढ़ा भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव
26 फरवरी को भारत की ओर से आतंकी कैंपों पर एयरस्ट्राइक और फिर पाकिस्तानी वायुसेना की भारत में घुसने की कोशिश ने दोनों देशों के तनाव को बढ़ाने का काम किया. हालांकि, तनाव की शुरुआत तो उसी दिन हो गई थी, जब 14 फरवरी को आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने पुलवामा आतंकी हमले को अंजाम दिया था, जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे. इसके बाद 26 फरवरी को आतंकी कैंप पर भारत की कार्रवाई ने पाकिस्तान को बौखला दिया. 27 फरवरी को भारत और पाकिस्‍तान दोनों तरफ जवाबी कार्रवाई को लेकर खबरें जोरों पर रहीं.

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पाकिस्‍तान ने एलओसी इलाके में अपने लड़ाकू विमान से घुसपैठ की कोशिश की जिसे भारतीय वायु सेना ने नाकाम कर दिया. पाकिस्‍तानी विमान का मलबा पाक अधिकृत कश्‍मीर में मिला. इस दौरान भारतीय वायुसेना को एक मिग विमान का नुकसान हो गया. भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता ने कहा कि हमारा एक पायलट (Abhinandan Varthaman) लापता है. बाद में उसके पाकिस्‍तान में बंधक बनाए जाने की सूचना मिली. भरत ने पाकिस्‍तान के अधिकारियों को तलब किया और पाकिस्‍तान में कैद पायलट को सुरक्षित वापस करने को कहा. इस बीच पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत के साथ फिर से बातचीत का राग अलापा. पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री ने कहा कि जंग हुई तो यह किसी के काबू में नहीं रहेगी. इमरान खान ने कहा कि हम भारत को बातचीत के लिए आ‍मंत्रित करते हैं. 

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पुलवामा आतंकी हमला
इससे पहले 14 फरवरी को पुलवामा में हुए एक आत्‍मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थें. हमले की जिम्‍मेदारी पाकिस्‍तान स्‍थ‍ित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्‍मद ने ली थी. 14 फरवरी को सीआरपीएफ का काफिला जम्मू से श्रीनगर जा रहा था. इस काफिले में करीब 78 गाड़ियां थीं और 2500 जवान शामिल थे. उसी दौरान बाईं ओर से ओवरटेक कर विस्फोटक से लदी एक कार आई और उसने सीआरपीएफ की बस में टक्कर मार दी. आतंकवादी ने जिस कार से टक्कर मारी थी, उसमें करीब 60 किलो विस्फोटक थे. इसकी वजह से विस्फोट इतना घातक हुआ कि इसमें 40 जवान शहीद हो गए.

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