दुनिया में
67,69,38,430मामले
62,55,71,965सक्रिय
4,44,81,893ठीक हुए
68,84,572मौत
कोरोनावायरस अब तक 200 देशों में फैल चुका है. January 9, 2024 10:54 am बजे तक दुनियाभर में कुल 67,69,38,430 मामलों की पुष्टि हो चुकी है और 68,84,572 की मौत हो चुकी है. 62,55,71,965 मरीज़ों का उपचार जारी है और 4,44,81,893 लोगों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है. .
भारत में
4,50,19,214 475मामले
3,919 -83सक्रिय
4,44,81,893 552ठीक हुए
5,33,402 6मौत
भारत में, 4,50,19,214 मामलों की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें 5,33,402 मौत शामिल हैं. January 9, 2024 8:00 am बजे तक भारत में सक्रिय मामलों की संख्या 3,919 है और 4,44,81,893 लोगों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है.
राज्यवार व जिलावार विवरण
देश मे कोरोना के अब तक कुल 12,87,945 पॉजिटिव मामले आ चुके हैं. जबकि ठीक होने वालों की संख्या 8,17,209 तक पहुंच गई है. रिकवरी रेट की बात करें तो अब मामले 63.45% तक रिकवर हो रहे हैं. जबकि पॉजिटिविटी रेट 13.97% है. भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के अनुसार 22 जुलाई तक टेस्ट किए गए कोरोनावायरस (COVID-19) सैंपलों की कुल संख्या 1,54,28,170 है, जिसमें 3,52,801 सैंपलों का टेस्ट बीते 24 घंटे में किया गया.
फिलहाल पूरे देश में पांच राज्य ऐसे हैं जहां पर मामले सर्वाधिक आ रहे हैं, जिनमें महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक और यूपी है. महाराष्ट्र में 9,895, आंध्र प्रदेश में 7,998, तमिलनाडु में 6,472, कर्नाटक में 5,030 और उत्तर प्रदेश में 2,516 हैं. वहीं, कोरोनावायरस संक्रमण से मरने वालों की संख्या की बात करें तो महाराष्ट्र में 298, कर्नाटक में 97, तमिलनाडु में 88, आंध्र प्रदेश में 61 और पश्चिम बंगाल में 34 है.
वहीं, देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण का रिकवरी रेट 85.63 % हो गया है. पिछले 24 घंटे में कोरोना के 1041 मामले सामने आए हैं. कुल मामले 1,27,364 हो गए हैं. पिछले 24 घंटे में 26 मरीजों की मौत हुई है. कुल मौतों का आंकड़ा 3745 हो गया है.
भारत में पहले एक लाख COVID-19 केस सामने आने में 110 दिन लगे थे, और उसके बाद दो लाख मामले तक पहुंचने में हमारे मुल्क को 15 दिन का समय लगा था. इसके बाद हर एक लाख मामलों में लगने वाला समय घटता चला गया, और स्थिति गंभीर से गंभीरतर होती चली गई. तीन लाख केस तक पहुंचने में हमें 10 दिन लगे, चार लाख तक आठ दिन, पांच लाख तक छह, छह लाख तक पांच, सात लाख केस तक पांच, और आठ लाख मामलों तक पहुंचने में चार दिन लगे थे. इसके बाद प्रत्येक एक लाख मामलों के लिए देश को सिर्फ तीन दिन का वक्त लगा.