माउंट आबू के जंगलों में लगी भीषण आग, काबू पाने के लिए हेलीकॉप्टरों से छिड़का जा रहा पानी

खास बातें

  • आग पर काबू पाने का प्रयास तीसरे दिन भी जारी है.
  • हेलीकॉप्टरों की मदद से जगलों में छिड़का जा रहा पानी.
  • राजस्थान की ओर से आ रही गर्म हवाओं ने मध्य प्रदेश में गर्मी बढ़ा दी है.
नई दिल्ली:

राजस्थान के एकमात्र पर्वतीय पर्यटन स्थल माउंट आबू के वनक्षेत्र की अरावली पहाड़ियों पर लगी आग पर काबू पाने के लिए सोमवार को तीसरे दिन सेना और वायुसेना का प्रयास जारी रहा. रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष ओझा ने बताया कि भारतीय वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर और यंत्रों से लैस सेना की कोर्नाक कोर के सौ जवानों की दो टुकडियां भारी दिक्कतों के बावजूद सनसेट प्वाइंट, छीपा बेरी, सात घूम व्यू प्वाइंट पर आग बुझाने में जुटी रही.

उन्होंने बताया कि माउंट आबू-आबू रोड पर पुलिस स्टेशन के पास छीपा बेरी और आसपास के क्षेत्र में भारी धुंआ और गर्मी के बावजूद सेना के जवानों ने गणेश मंदिर और सनसेट पांइट तक आग को पहुंचने से रोकने के प्रयास में जुटे रहे.
 

mount abu fire

उन्होंने बताया कि सनसेट प्वाइंट, छीपा बेरी, सात घूम व्यू प्वाइंट पर तेज हवाओं के कारण आग बुझाने में जवानों को भारी दिक्कतों का सामना करना पडा. आग पर काबू पाने के लिए भारतीय वायुसेना के दो एमआई 17 वीएस हेलीकॉप्टरों की मदद से आज 64 चक्करों में नक्की झील से 1 लाख 95 हजार 500 लीटर पानी निकालकर आग प्रभावित इलाकों में छिड़का गया.

उन्होंने बताया कि भारतीय वायुसेना के दोनों हेलीकॉप्टरों ने तीसरे दिन तक आग बुझाने के लिए 144 चक्कर लगाकर बांबी बकेट के जरिए नक्की झील से लगभग चार लाख लीटर पानी निकालकर आग प्रभावित इलाकों में डाला. वायुसेना के दोनों हेलीकॉप्टरों ने सूर्यास्त के बाद अंधेरा होने के कारण अभियान को आज रोक दिया. हांलाकि दोनों हेलीकॉप्टरों माउंट आबू में रूके हुए हैं.

सिरोही के पुलिस अधीक्षक संदीप सिंह चौहान ने बताया कि छीपा बेरी और आरना गांव के आसपास के पहाडों में लगी आग पर काबू पाने के लिए सेना, भारतीय वायुसेना, अग्निशमन, अर्धसैनिक बल, और प्रशासन द्वारा संयुक्त प्रयास किए गए. पर्वतीय पर्यटक स्थल माउंट आबू में गर्मियों के दौरान राजस्थान और पड़ोंसी राज्य गुजरात सहित देश के अन्य स्थानों से बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं. कल सनसेट प्वाइंट और हनीमून प्वाइंट पर आग पर काबू पा लिया गया था, आज पर्यटकों वहां तक जाने दिया गया.

आबू पर्वत के सर्किल अधिकारी विजय पाल सिंह ने बताया कि नक्की झील में नोकायान को सुरक्षा की दृष्टि से प्रतिबंधित किया गया है क्योंकि भारतीय वायुसेना द्वारा हेलीकाप्टर के जरिए नक्की झील से आग बुझाने के लिए पानी का उपयोग किया जा रहा है. झील कस्बे और पहाडियों के बीच में स्थित है.
 
वहीं, राजस्थान की ओर से आ रही गर्म हवाओं ने सोमवार को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल सहित अधिकांश हिस्सों में गर्मी बढ़ा दी है. मौसम विभाग ने आागमी 24 घंटों के दौरान राज्य में गर्मी और लू का असर बने रहने का अनुमान जताया है. राज्य के अधिकांश हिस्सों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया है.

भोपाल का सोमवार को न्यूनतम तापमान 23.1 डिग्री, इंदौर का 22 डिग्री, ग्वालियर का 23.5 डिग्री और जबलपुर का 22.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. इससे पहले रविवार को भोपाल का अधिकतम तापमान 42.2 डिग्री, इंदौर का 41.5 डिग्री, ग्वालियर का 43.3 डिग्री और जबलपुर का 42.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था.

(इनपुट एजेंसियों से भी)

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com