AAP ने बैठक के लिए शांति भूषण को भेजा न्योता, प्रशांत ने पार्टी को बताया 'खाप से भी बदतर'

AAP ने बैठक के लिए शांति भूषण को भेजा न्योता, प्रशांत ने पार्टी को बताया 'खाप से भी बदतर'

आप के संस्थापक सदस्य योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण की फाइल फोटो

नई दिल्ली:

आम आदमी पार्टी (आप) ने अगले हफ्ते होने वाली अपनी राष्ट्रीय परिषद की बैठक के लिए असंतुष्ट नेता शांति भूषण को निमंत्रण भेजा है। हालांकि उनके बेटे प्रशांत भूषण ने संगठन में पारदर्शिता को लेकर सवाल खड़े करते हुए दावा किया कि बैठक से पहले कई नेताओं को निलंबित किया जा रहा है।

प्रशांत भूषण ने ट्वीट किया, 'आप ने राष्ट्रीय परिषद की बैठक के लिए शांति भूषण को आमंत्रित किया है, लेकिन आमंत्रित लोगों की सूची के बारे में पूछे जाने पर खामोशी है। कई लोगों को तीन दिन पहले निलंबित किया गया। कोई पारदर्शिता नहीं?'


इसके साथ ही उन्होंने कहा, 'राष्ट्रीय परिषद के 300 में से सौ से ज्यादा सदस्यों को बैठक के लिए आमंत्रित नहीं किया गया है। जिन्होंने इस पर सवाल उठाएं, उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधि में शामिल का हवाला देकर निलंबित कर दिया। यह तो खाप से भी बदतर है!'
आपको बता दें कि राष्ट्रीय परिषद आप की प्राथमिक नीति निर्धारण इकाई है। पीएसी और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के फैसलों का राष्ट्रीय परिषद द्वारा अनुमोदन किया जाता है। राष्ट्रीय परिषद की बैठक 23 नवंबर को हो रही है।

शांति और प्रशांत भूषण थे आप के संस्थापक सदस्य
शांति भूषण और प्रशांत भूषण आप के संस्थापक सदस्य थे। पार्टी नेतृत्व पर सवाल खड़े किए जाने के बाद प्रशांत भूषण, योगेंद्र यादव, आनंद कुमार और अजीत झा को आप से निष्कासित कर दिया गया था। पार्टी ने शांति भूषण के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की और वह अब भी पार्टी के संस्थापक सदस्य हैं।

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उधर, नागपुर से आप के सदस्य और राष्ट्रीय परिषद के सदस्य राजेश पुगलिया को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए निलंबित कर दिया गया है। सूत्रों ने कहा कि यादव और प्रशांत भूषण के समूह 'स्वराज अभियान' से जुड़ने के कारण पुगलिया पर कार्रवाई की गई। पार्टी के सूत्रों ने कहा कि राष्ट्रीय परिषद की बैठक से पहले कम से कम 2-4 सदस्यों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है।