'ऑक्सी मित्र' के सहारे पूरे देश मे 'दिल्ली मॉडल' का प्रचार करेगी AAP, केजरीवाल ने तय किया प्लान

जहां पार्टी का संगठन नहीं है, वहां पदाधिकारियों को गांव में एक-एक व्यक्ति तलाशना है, जो अपने गांव में ऑक्सीजन जांच केंद्र बनाएगा और उसे 'ऑक्सी मित्र' कहा जाएगा. 

'ऑक्सी मित्र' के सहारे पूरे देश मे 'दिल्ली मॉडल' का प्रचार करेगी AAP, केजरीवाल ने तय किया प्लान

नई दिल्ली:

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को पार्टी के सभी राज्य संयोजक और पदाधिकारियों के साथ एक अहम बैठक करके निर्देश दिए कि 'आम आदमी पार्टी के सभी वॉलेंटियर्स देश भर में घर-घर जाकर ऑक्सीमीटर से लोगों के ऑक्सीजन लेवल की जांच करें, जिससे कोरोना से होने वाली मौतों को कम किया जा सके. इसके लिए पार्टी देश के सभी गांव और शहर के बूथ पर आम आदमी पार्टी आक्सीजन केंद्र स्थापित करेगी'. उन्होंने कहा कि जहां पार्टी का संगठन नहीं है, वहां पदाधिकारियों को गांव में एक-एक व्यक्ति तलाशना है, जो अपने गांव में ऑक्सीजन जांच केंद्र बनाएगा और उसे 'ऑक्सी मित्र' कहा जाएगा. 

यही नहीं केजरीवाल ने स्पष्ट किया कि पदाधिकारियों का यह बहाना नहीं चलेगा कि उनकी गांव में जान पहचान नहीं है. उन्हें व्यक्तिगत रूप से हर गांव में जाकर बात करनी होगी और टीम तैयार करनी होगी. केजरीवाल ने पार्टी के सभी प्रदेश संयोजक और पदाधिकारियों को अगले दो दिन के अंदर अपने राज्य का प्लान बना कर भेजने की अपील की है.

क्या है केजरीवाल की रणनीति?
अरविंद केजरीवाल ने पल्स ऑक्सीमीटर पूरे देश में पहुंचाने का फैसला किया है. अरविंद केजरीवाल ने अपने जन्मदिन पर सभी कार्यकर्ताओं और समर्थकों से गिफ्ट के तौर पर पल्स ऑक्सीमीटर दान करने की अपील की थी. दरअसल पल्स ऑक्सीमीटर पूरे देश में पहुंचाने के पीछे अरविंद केजरीवाल की ऐसी रणनीति है जिससे एक साथ कई मकसद हल हो सकते हैं.

लोगों की जान बच सके
पल्स ऑक्सीमीटर व्यक्ति के शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा का स्तर बताता है. कोरोना में सबसे ज्यादा समस्या सांस लेने में तकलीफ की होती है. बहुत से मामलों में देखा गया है कि सांस लेने में तकलीफ ज्यादा हो जाने पर व्यक्ति की मृत्यु भी हो जाती है. पल्स ऑक्सीमीटर शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा बताता है. अगर मात्रा 95 से ऊपर है तो व्यक्ति ठीक माना जा सकता है और अगर 90 से नीचे है तो स्थिति चिंताजनक मानी जा सकती है और उसी हिसाब से व्यक्ति को अस्पताल जाने के लिए कहा जा सकता है जिससे समय रहते उसकी जान बच सकती है. कोरोना में ऑक्सीमीटर को थर्मामीटर जैसा भी माना जा सकता है

दिल्ली मॉडल का प्रचार
दिल्ली में कोरोना का रिकवरी रेट 90% से ज्यादा चल रहा है यानी जितने लोगों को संक्रमण हुआ उनमें से 90% से ज्यादा मरीज ठीक हो चुके हैं. दिल्ली में होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को दिल्ली सरकार पल्स ऑक्सीमीटर मुहैया कराती है जिससे वह घर पर रहते हुए अपने शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा को नापते रहें और जरूरत पड़ने पर या तो ऑक्सीजन सिलेंडर ही घर पर मंगा लें या फिर अस्पताल में जाकर एडमिट हो जाएं.

AAP कार्यकर्ता जनता को  बताएंगे कि एक समय दिल्ली के हालात काफ़ी खराब हो गए थे इन सारे इंतजामों के साथ कैसे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में कोरोना को कंट्रोल किया और कैसे 'दिल्ली मॉडल' की चर्चा आज देशभर में हो रही है

संगठन निर्माण और मजबूती 
अरविंद केजरीवाल ने अपने निर्देशों में साफ कहा है कि हर गांव और शहर में हर बूथ पर ऑक्सीजन जांच केंद्र होना चाहिए और यह बहाना बिल्कुल नहीं चलेगा कि किसी गांव में पार्टी का कार्यकर्ता या कार्यकर्ता का जानने वाला व्यक्ति नहीं है. अरविंद केजरीवाल का निर्देश साफ है कि हर गांव में टीम होनी चाहिए. इसके जरिए जहां पार्टी का संगठन नहीं है वहां संगठन बनाया जाएगा और जहां संगठन पहले से मजबूत है वहां उस को मजबूत करने का काम दिया जाएगा. 

ऑक्सीमीटर के ज़रिए कैसे होगा काम? 
अरविंद केजरीवाल ने पार्टी के प्रदेश संयोजक ओ और पदाधिकारियों को पूरी रूपरेखा तैयार करके दी है. अरविंद केजरीवाल के निर्देशों के मुताबिक पार्टी के युवा नेता अंकुश नारंग इस पूरे अभियान के कोऑर्डिनेटर होंगे. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ऑक्सी मित्र अपने घर के उपर एक बोर्ड लगाएगा. उस बोर्ड पर ‘आम आदमी पार्टी ऑक्सीजन जांच केंद्र' लिखा होगा. ऑक्सी मित्र अपने दो-चार दोस्तों को मिला कर एक टीम बनाएगा और अपने एरिया में ऑक्सीमीटर लेकर घर-घर जाएंगे. साथ ही हैंड सैनिटाइजर भी साथ लेकर जाएंगे. सभी टीम सदस्य मास्क और आम आदमी पार्टी की टोपी पहन कर जाएंगे.

वो हर दरवाजे पर जाकर बोलेंगे कि हम आम आदमी पार्टी से आएं हैं.... चारों तरफ देश में कोरोना फैला हुआ है.... कोरोना में आक्सीजन कम हो जाती है और कई बार लोगों को यह भी पता नहीं चल पाता है कि उसे कोरोना है भी या नहीं है. ऑक्सी मित्र उनसे कहेगा कि हम आपके घर के सभी सदस्यों की ऑक्सीजन की जांच करना चाहते हैं. साथ ही बताएगा कि किस तरह आम आदमी पार्टी की सरकार ने दिल्ली में अच्छा काम किया है और इस ऑक्सीमीटर को घर-घर दिया है. इस वजह से दिल्ली में अच्छा काम हुआ है. चूंकि आपके राज्य में कोरोना बहुत फैला हुआ है, इसलिए आम आदमी पार्टी ने यह बीड़ा उठाया है कि अब हम कोशिश करेंगे कि कम से कम मौतें होनी चाहिए.

पंजाब में AAP कार्यकर्ता घर-घर जाकर मापेंगे ऑक्सीजन लेवल
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