खास बातें
- केन्द्र सरकार ने कहा कि इसे अलग से अपराधघोषित करने की दिशा में काम किया जा रहा है ताकि दोषियों को कड़ी सजा दी जा सके।
New Delhi: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर महिलाओं पर तेजाब फेंकने की बढ़ती घटनाओं पर गंभीर चिंता जाहिर करते हुए केन्द्र सरकार ने मंगलवार को कहा कि इसे अलग से अपराधघोषित करने की दिशा में काम किया जा रहा है ताकि दोषियों को कड़ी सजा दी जा सके। गृह मंत्री पी चिदम्बरम ने लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान विभिन्न सदस्यों के सवालों के जवाब में बताया महिलाओं पर तेजाब फेंकने के मामलों को भारतीय दंड संहिता के तहत दर्ज किया जाता है। उन्होंने कहा कि आईपीसी में इस प्रकार के अपराधों से निपटने के पर्याप्त प्रावधान हैं। उन्होंने हालांकि कहा कि दोषियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए तेजाब फेंकने संबंधी घटनाओं को अलग से एक अपराध घोषित किया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि सरकार इस दिशा में कदम उठा रही है। जनता दल यू की मीना सिंह के सवाल के जवाब में चिदम्बरम ने कहा कि केन्द्र महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों के मामले में अपनी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को समझता है।