खास बातें
- आडवाणी ने कश्मीर मुद्दे पर नेहरू के दृष्टिकोण की पाकिस्तान के पूर्वी बंगाल के प्रति रवैये से तुलना की है और कहा है कि जिस तरह पृथक बांग्लादेश अस्तित्व में आया, वैसा ही परिणाम जम्मू-कश्मीर के सिलसिले में हो सकता था।
New Delhi: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कश्मीर मुद्दे पर जवाहर लाल नेहरू के दृष्टिकोण की पाकिस्तान के पूर्वी बंगाल के प्रति रवैये से तुलना की है और कहा है कि जिस तरह पृथक बांग्लादेश अस्तित्व में आया, वैसा ही परिणाम जम्मू-कश्मीर के सिलसिले में हो सकता था। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा भाजपा की तिरंगा यात्रा के कुप्रबंधन से यह बात सामने आई कि जम्मू-कश्मीर के बारे में कांग्रेस अब भी विकृत सोच नहीं छोड़ पाई है, जिसकी वजह से सरकार ने प्रारंभ में महाभूल की। आडवाणी ने अपने ब्लॉग में लिखा है, पाकिस्तान के नेतृत्व ने पाकिस्तान के पूर्वी हिस्से (के मामले) को ठीक से नहीं संभाला। परिणाम स्वतंत्र बांग्लादेश रहा। नेहरू के जम्मू-कश्मीर के प्रति रुख (राज्य पर पाकिस्तान के हमले के मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र में ले जाना और राज्य के लिए पृथक संविधान एवं पृथक ध्वज पर राजी होना) से ऐसे ही खतरनाक दुष्परिणाम आ सकते थे।