नेस्ले इंडिया ने विवादों में घिरी मैगी को बाजार से वापस लेने का फैसला किया

नई दिल्ली:

खाद्य सुरक्षा चिंताओं को लेकर दिल्ली के बाद चार और राज्यों गुजरात, तमिलनाडु, जम्मू कश्मीर और उत्तराखंड ने भी मैगी नूडल्स की बिक्री पर से रोक लगा दी। इसके बाद नेस्ले कंपनी मैगी के सारे पैकेट बाजार से हटाने का फैसला किया है।  

तमिलनाडु और उत्तराखंड सरकार ने नेस्ले के फटाफट नूडल्स की बिक्री पर तीन महीने की रोक लगाई है, जबकि गुजरात में इसके कुछ नमूनों के जांच में खराब पाए जाने के बाद एक महीने के लिए प्रतिबंध लगाया गया है। अधिकारियों ने चेन्नई, देहरादून और गांधीनगर में यह जानकारी दी।

जम्मू कश्मीर में राज्य सरकार ने मैगी को खाने के लिहाज से सुरक्षित पाए जाने संबंधी रिपोर्ट मिलने तक एक महीने के लिए इसकी बिक्री पर रोक लगाने का फैसला किया है।

चारों राज्यों ने मैगी उत्पाद की मालिकाना कंपनी नेस्ले इंडिया को भी तुरंत अपने मौजूदा मैगी स्टाक को वापस मंगाने को कहा गया, इस पर अमल करते हुए कंपनी ने मैगी के सभी पैकेट दुकानों से वापस लेने का फैसला किया है।

बिहार और उत्तर प्रदेश सरकारें कोई कार्रवाई करने से पूर्व नूडल्स के नमूनों की जांच के परिणामों की प्रतीक्षा कर रही हैं। दिल्ली ने कल 15 दिन के लिए मैगी की बिक्री पर रोक लगाने का ऐलान किया था।

मैगी के अलावा गुजरात सरकार ने सनफीस्ट और एस के फूड्स के फटाफट नूडल्स के एक एक नमूने की भी जांच कराई और उसमें सीसा की मात्रा 4 पीपीएम पाए जाने के बाद एस के फूड्स के नूडल्स पर एक महीने के लिए रोक लगा दी।

गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री नितिन पटेल ने कहा, 'राज्य के विभिन्न हिस्सों से 27 नमूने एकत्र किए गए और गुजरात खाद्य एवं दवा नियंत्रण प्रशासन द्वारा उनकी जांच की गयी। जांच में पाया गया कि सीसे (लेड) की मात्रा निर्धारित स्तर से अधिक थी जबकि मोनोसोडियम ग्लूटामेट (एमएसजी) भी पाया गया।'

मैगी के सुरक्षा मानकों को लेकर मचे बवाल के बीच केरल सरकार ने दूसरे ब्रांड के खाद्य उत्पादों को भी जांच के दायरे में ले लिया है।

राज्य खाद्य सुरक्षा आयुक्त कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि विभिन्न ब्रांड के खाद्य उत्पादों के नमूनों को एकत्र कर परीक्षण के लिए लैब में भेजा गया है।

हरियाणा में विभिन्न स्थानों से एकत्र किए गए मैगी के नमूनों की जांच रिपोर्ट कल तक मिलने की उम्मीद है। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने यह बात कही।

इस बीच, कोलकाता से मिली खबरों के अनुसार, कोलकाता नगर निगम ने मैगी नूडल्स के नमूनों की जांच के परिणामों के बारे में चुप्पी साधे रखी। शहर के मेयर सोवन चटर्जी ने कहा कि जांच रिपोर्ट राज्य सचिवालय को भेज दी गयी है और सरकार फैसला करेगी। उन्होंने बताया कि शहर के विभिन्न स्थानों से पांच नमूनों लिए गए थे और उन्हीं को जांच के लिए भेजा गया।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने आज बताया कि मैगी के नमूने जांच के लिए कोलकाता स्थित प्रयोगशाला में भेज दिए गए हैं।