स्वराज इंडिया के संस्थापक प्रशांत भूषण ने एंटी रोमियो स्क्वॉड पर विवादित ट्वीट किया.
खास बातें
- प्रशांत भूषण ने एक के बाद एक तीन ट्वीट किए
- रोमियो ब्रिगेड पर किए गए ट्वीट को तोड़ मरोड़ा जा रहा है.
- हमने बचपन से यह सुना है कि कृष्ण ने गोपियों संग छेड़छाड़ की है.
नई दिल्ली: स्वराज अभियान के नेता और वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में सक्रिय हुए एंटी रोमियो स्क्वाड को लेकर किए अपने ट्वीट पर सफाई दी है. प्रशांत भूषण ने ट्वीट कर अपनी सफाई दी और कहा कि उनके ट्वीट का गलत मतलब निकाला गया है. उन्होंने कहा कि मैंने केवल एंटी रोमियो स्क्वॉड पर केवल अपनी राय रखी है, ना कि धार्मिक भावनाओं को आहत करने का कोई इरादा था.
उल्लेखनीय है कि प्रशांत भूषण ने रविवार को एक ट्वीट कर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला किया था. उन्होंने यह हमला योगी आदित्यनाथ सरकार में फिर सक्रिय हुए एंटी रोमियो स्क्वॉड पर किया था और इसी के जरिए उन्होंने यूपी की योगी सरकार को घेरा. अपने ट्वीट के जरिए प्रशांत भूषण ने कहा है कि रोमियो ने केवल एक महिला को प्यार किया था जबकि कृष्ण प्रसिद्ध छेड़बाज थे. क्या आदित्यनाथ के अंदर हिम्मत है कि वह अपने निगरानी दल के सदस्यों को एंटी-कृष्ण स्क्वॉड बोलेंगे.
प्रशांत भूषण ने एक के बाद एक तीन ट्वीट किए. पहले ट्वीट में उन्होंने कहा कि रोमियो ब्रिगेड पर किए गए ट्वीट को तोड़ मरोड़ा जा रहा है. उन्होंने कहा, 'मेरा कहना है, रोमियो ब्रिगेड के लिए जो लॉजिक (तर्क) दिया जा रहा है उससे तो भगवान कृष्ण भी मनचले की तरह दिखाई देंगे.
उन्होंने कहा कि हमने बचपन से यह सुना है कि कृष्ण ने गोपियों संग छेड़छाड़ की है. जिस तर्क से रोमियो स्क्वॉड बनाया गया है उससे तो यह अपराध हो जाएगा. मेरा किसी की भावना आहत करने का कोई इरादा नहीं था.
अपने तीसरे ट्वीट में प्रशांत भूषण कहते हैं कि जबकि मैं धार्मिक नहीं हूं, मेरी मां थी. मैं कृष्ण की पौराणिक बाते सुनकर बड़ा हुआ हूं. इसी के साथ उन्होंने अपने घर में लगी कृष्ण और राधा की पेंटिंग भी साझी की है.